रामकुमार यादव, अंबिकापुर। महिला समूह के नाम पर बैंक से पैसे निकालकर खुद अपनी जेब भरने वाले शातिर ठगों को सरगुजा पुलिस ने पकड़ने में कामयाबी पाई है. शातिरों ने पैसे के एवज में दुगुना-डेढ़ गुना रकम देने की बात कह कर सैकड़ों महिलाओं को अपना शिकार बनाया था.

महिलाओं ने ठगे जाने की जानकारी मिलने पर इसकी शिकायत संबंधित थाने में की. 2 सालों से चला आ रहा ठगी का यह खेल आरोपियों ने सरगुजा के उदयपुर थाना, दरिमा थाना और मणिपुर चौकी के अंतर्गत खोला. ठगी की रकम लगभग 5 करोड़ रुपए की है. ठगी के पैसे से ठग अपने लिए लग्जरी कारें खरीदने के साथ शेयर मार्केट में लगाते रहे हैं. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ 420 ई का अपराध दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है. वहीं मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

शातिर ठगों ने पहले महिला समूह का गठन किया और समूह के महिलाओं को अपने भरोसे में लेकर पैसा अपने नाम करा लिया कई समूहों से पैसा ठगने के बाद वे दूसरे समूह का गठन करवाते और पैसा लेकर मनमाना काम किया करते इस तरह से ठगों ने अब तक 800 महिलाओं से 5 करोड़ रुपए की ठगी की है.

अलग-अलग थानों में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के आधार पर सरगुजा पुलिस अधीक्षक टीआर कोसीमा ने गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल और थाना उदयपुर व थाना दरिमा कोतवाली की संयुक्त टीम बनाई, जो आरोपियों की तलाश में महाराष्ट्र पुणे रवाना हुई. आरोपियों के संभावित स्थानों पर पुलिस ने दबिश देते हुए उदयपुर निवासी आरोपी ज्योति निषाद पिता बंधु राम और उनके बताने पर दरीपारा, भैयाथान, जिला सूरजपुर निवासी अनिल कुमार सोनी पिता राजकुमार सोनी को गिरफ्तार किया है. प्रकरण में मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है. पकड़े गए दोनों आरोपी ने फरार आरोपी के पास बाकी रकम होने की बात कही है

आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई में अलरिक लाकड़ा निरीक्षक उदयपुर, सलीम तिग्गा सहायक उप निरीक्षक, राजेंद्र प्रताप सिंह, अजीत मिश्रा, संजीव चौबे, अंशु शर्मा, राजेश किंडो और साइबर सेल से भोजराज पासवान, वीरेंद्र पैकरा, सुयश पैकरा का सहयोग रहा.