रायपुर. व्हाट्सएप डीपी बदलकर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बिहार और उत्तरप्रदेश से पकड़े गए चारों आरोपियों ने डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के मालिक का प्रोफाइल लगाकर मुंशी से 55 लाख रुपए वसूले थे. पुलिस के मुताबिक, शातिर ठगों ने देशभर में करोड़ों रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. एडिशनल एसपी क्राइम पीतांबर पटेल ने मामले का खुलासा किया.

प्रार्थी सतीश कुमार सरावगी ने तेलीबांधा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह तेलीबांधा स्थित डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड में सीएफओ के पद पर कार्यरत है और प्रार्थी को संस्थान की ओर से अधिकारिक रूप से बैंक खातों के संचालन के लिए अधिकृत किया गया है. 14.09.2023 के दोपहर 02.44 बजे प्रार्थी के व्हॉट्सएप मोबाइल नं. 9424142780 में अज्ञात व्हॉट्सएप नंबर 8876262064 द्वारा एक मैसेज आया, जिसमें प्रार्थी के कम्पनी के डायरेक्टर दिनेश कुमार पटेल की फोटो लगी हुई थी और उस मैसेज में प्रार्थी को 25,90,609 रुपए की राशि अमन कुमार शर्मा नामक व्यक्ति के बैंक खाता नं. 50100622004602 में आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने का निर्देश दिया गया था.

प्रथम दृष्टया में प्रार्थी द्वारा उस भुगतान के प्रति कोई कार्यवाही नहीं की गई, किन्तु कुछ देर पश्चात् उक्त व्हॉट्सएप नम्बर के द्वारा भुगतान के लिए प्रार्थी के व्हॉट्सएप पर लगातार मैसेज कर दबाव डाला गया. प्रार्थी के संस्थान के रिसेप्शन में लगे लैंडलाइन नं. 07712972580 में फोन कर सतीश (सीएफओ) को बोलिए कि व्हॉट्सएप मेसेज पर तत्काल कार्यवाही करें, क्योंकि उनसे फोन पर बातचीत नहीं हो पा रही है ऐसा कहा गया. इसके बाद उक्त व्हॉट्सएप नम्बर के दबाव एवं डायरेक्टर दिनेश कुमार पटेल किसी मिटींग में व्यस्त है यह सोचकर प्रार्थी ने अपने संस्थान के एकाउंट नम्बर 016151000038 से भुगतान कर दिया. भुगतान के बाद उक्त व्हॉट्सएप नम्बर द्वारा पुनः दोपहर 03.45 बजे मैसेज भेजकर मो. सैफुल हुसैन नामक एक अन्य व्यक्ति का बैंक खाता नम्बर 50100532819029 देकर उसमें 29,64,702/- रुपए का भुगतान करने का निर्देश दिया. चूंकि प्रथम भुगतान के बाद डायरेक्टर की कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो प्रार्थी ने दोबारा दिए गए नए खाता क्रमांक में अपने संस्थान के बैंक खाता से भुगतान कर दिया.

15.09.2023 को जब प्रार्थी ने अपने संस्थान के बैंक खाते का स्टेटमेंट संस्थान के डायरेक्टर दिनेश कुमार पटेल को दिखाया तब डायरेक्टर द्वारा उक्त भुगतान संबंधी किसी प्रकार का निर्देश नहीं देना बताया गया. इस प्रकार व्हॉट्सएप नम्बर 8876262064 के अज्ञात धारक द्वारा प्रार्थी के संस्थान के डायरेक्टर की फोटो अपने व्हॉट्सएप नम्बर पर लगाकर प्रार्थी तथा उसके संस्थान के साथ अलग-अलग किश्तों में कुल 55,55,311 रुपए की ठगी की गई, जिस पर अज्ञात अरोपी के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में मामला दर्ज कराया गया.

मामला दर्ज कर साइबर यूनिट और थाना तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम ने अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया. घटना के संबंध में प्रार्थी तथा उसके संस्थान के रिसेपशनिस्ट सहित अन्य स्टॉफ से विस्तृत पूछताछ की गई. टीम के सदस्यों को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर अंततः आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली और आरोपी को उत्तर प्रदेश के नोएडा में लोकेट किया गया, जिस पर टीम को उत्तर प्रदेश रवाना किया गया. पुलिस टीम ने नोएडा (उत्तर प्रदेश) पहुंचकर लगातार कैम्प करते हुए आरोपियों की पड़ताल की. आरोपियों के उपयोग किए गए व्हॉट्सएप नंबर फर्जी होने के साथ ही बैंक खातों के पते भी दूसरे स्थानों के थे.

उत्तर प्रदेश के नोएडा में कैम्प कर रही टीमों को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना में संलिप्त आरोपी प्रवीण ठाकुर एवं आदित्य कुमार शर्मा के संबंध में सूचना प्राप्त हुई. इस पर पुलिस टीम ने आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में आरोपी प्रवीण ठाकुर एवं आदित्य कुमार शर्मा को नोएडा से गिरफ्तार करने में सफलता पाई. घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने अन्य साथी सलाउद्दीन शेख, धनंजय सिंह, बिलाल अंसारी एवं फैयाज अंसारी के साथ मिलकर प्रार्थी के साथ लाखाें रुपए की की ठगी की उक्त घटना को अंजाम देने के साथ आरोपी सलाउद्दीन शेख एवं धनंजय सिंह की उपस्थिति उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में होने की जानकारी दी.

रायपुर पुलिस की एक अन्य टीम को कुशीनगर उत्तरप्रदेश रवाना किया गया. टीम ने कुशीनगर उत्तरप्रदेश पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी करते हुए आरोपी सलाउद्दीन शेख एवं धनंजय सिंह को भी गिरफ्तार किया. प्रकरण में संलिप्त आरोपी बिलाल अंसारी पिता साबिर अंसारी उम्र 21 साल निवासी ग्राम इजमाली थाना गोपालगंज बिहार एवं फैयाज अंसारी उर्फ कामरान पिता इम्तियाज अंसारी उम्र 23 साल निवासी ग्राम इजमाली थाना गोपालगंज बिहार को मुम्बई पुलिस द्वारा पूर्व में अपने प्रकरण में गिरफ्तार किया जा चुका है. इस प्रकरण में भी राययुर पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों की गिरफ्तार की जाएगी.