रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों को तारीखों की घोषणा के बाद नामांकन की अधिसूचना जारी होते ही शहर में सुरक्षा घेरा दुरुस्थ कर दिया गया है. अब शहर में 22 चेक पोस्ट बनाकर वाहनों की चेकिंग की जाएगी. साथ ही किसी भी वाहन में 50 हजार से अधिक नगद कैश मिलने पर पुलिस पैसे जब्त कर लेगी. इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा पैसे मिलने पर इनकम टैक्स विभाग को मामला सौंप दिया जाएगा. इस पूरे मामले का वीडियोग्राफी की जाएगी. इसके लिए भी अफसरों को विशेष तरह की ट्रेनिंग दी गई है.

फाइल

अधिकारी अभी से ही चेक पोस्ट में की जाने वाली जांच की तरह ही चेकिंग शुरू कर दी है. इसे एक तरह से कार्रवाई का ट्रायल बताया जा रहा है. पुलिस भी रात में सड़कों पर जांच कर रही है, चेक पोस्ट में यही जांच चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार की जाएगी. कलेक्टर ने इस काम की निगरानी के लिए अलग-अलग विधानसभा के रिटर्निंग अफसरों को जिम्मेदारी भी दे दी है. कौन से अफसरों के पास किस क्षेत्र की जांच का जिम्मा होगा इसका चार्ट भी तैयार कर लिया गया है.

रायपुर शहर में 22 चेक पोस्ट रहेंगे, लेकिन जिले की सातों विधानसभा सीटों में 100 से ज्यादा चेक पोस्ट रहेंगे. उन सभी की जगह भी लगभग तय कर ली गई है. जिले भर के अफसरों को चेक पोस्ट में जांच की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. शहर और जिले की सीमाओं में भी अभी से जांच शुरू कर दी गई है.

शहर में एंट्री करने वाले हर रास्तों और प्रमुख चौराहों के अलावा आउटर की भीड़ वाली सड़कों में चेक पोस्ट रहेंगे. शहर के नक्शे के हिसाब से सभी चेक पोस्ट ऐसी जगह बनाए जा रहे हैं, जिससे बाहर से आने वाले वाहन किसी न किसी चेक पोस्ट पर जांच के घेरे में जरूर आएंगे. चेक पोस्ट पर 24 घंटे जांच करने की योजना है. इसमें पुलिस की मदद ली जाएगी. उसी हिसाब से ड्यूटी का शेड्यूल बनाया जा रहा है. अफसरों का कहना है कि किसी तरह का आरोप न लगे, इसलिए जांच की पूरी कार्रवाई को रिकार्ड किया जाएगा.

जिले की सात विधानसभा सीटों के लिए कौन से उम्मीदवार किस कार्यक्रमों में कितना खर्च कर रहे हैं? इसकी जांच के लिए हर दिन वीडियोग्राफी कराई जाएगी. इसके लिए अलग से वीडियो निगरानी, उड़नदस्ता के साथ एक स्थायी निगरानी टीम बनाई गई है. ये टीम एक ही जगह स्थायी तौर पर मौजूद रहकर जांच करेगी.

किसी पार्टी के उम्मीदवार की गाड़ी में किसी दूसरे उम्मीदवार की प्रचार-प्रसार सामग्री मिलने पर उसमें रखी पूरी सामग्री जब्त कर ली जाएगी. उस गाड़ी को भी जब्त कर लिया जाएगा. चुनाव में कौन-कौन सी गाड़ी शामिल होगी इसके लिए पहले से अनुमति लेनी होगी. गाड़ियों में अनुमति पत्र नहीं होने पर उसे भी जब्त कर लिया जाएगा. चुनाव में प्रचार में घूमने वाली गाड़ी के लिए अनुमति जरूरी है.