दिनेश कुमार द्विवेदी,कोरिया। जिले के मनेन्द्रगढ़ में संचालित केंद्रीय चिकित्सालय के महिला वार्ड का छज्जा गिरने से दो महिला मरीज गंभीर रूप से घायल हो गई हैं. जिस जगह पर यह हादसा हुआ उस जगह पर करीब 20 महिला मरीज भर्ती थे. महिला मरीज अस्पताल में इलाज करवाने आईं थी, लेकिन उल्टा और चोटिल हो गईं. हालांकि एक बड़ा हादसा होने से टल गया.
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद एसईसीएल प्रबंधन मामले की लीपापोती में जुट गया है. मनेन्द्रगढ़ के केंद्रीय चिकित्सालय का संचालन एसईसीएल प्रबंधन करता है यहां प्रति वर्ष मेंटेनेंस और निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इन राशि का उपयोग कहां होता है. यह आसानी से समझा जा सकता है.
रविवार सुबह महिला वार्ड में 20 महिला मरीज भर्ती थे अचानक 3 महिलाओं के ऊपर छज्जा भरभरा कर गिर पड़ा. छज्जा गिरते ही वार्ड में दहशत फैल गई और वार्ड में भर्ती महिला मरीज की तरह अपनी जान बचाकर बाहर भागने लगी. जैसे ही अस्पताल प्रबंधन को इस बात की जानकारी हुई तो अधिकारी मौके पर पहुंचने लगे.
बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतना बड़ा हादसा किसकी लापरवाही से हुआ ? इस मामले में हैरत वाली बात तो यह है कि जब भी अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारियों और एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा करने का प्रयास किया जाता है तो उनके द्वारा ऐसा कहा जाता है कि वे इस बारे में कुछ नहीं बता सकते. अगर उन्हें कोई जानकारी लेना है तो बिलासपुर पीआरओ से संपर्क करें. इस हादसे की जिम्मेदारी और इस बारे में कोई भी अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है.