Bihar News: सारण के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष चर्चा में हैं. उन्होंने ऐसा काम किया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी फैन हो गए हैं. उनकी उपलब्धि के पीछे की वजह है. नए कानून बीएनएस के तहत केस दर्ज कर स्पीडी ट्रायल चलाकर 50 दिनों के अंदर दोषियों को सजा सुना दी गई.

सभी जगह पर लागू करने का सुझाव

दरअसल, भुवनेश्वर में रविवार को आयोजित पुलिस महानिदेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इसे बेहतर पहल बताया. इस मॉडल को सभी जगह पर लागू करने का सुझाव दिया गया. बिहार के डीजीपी आलोक राज के नेतृत्व में बिहार पुलिस की इस ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना करने के साथ ही इसे अनुकरणीय बताया गया.

50 दिनों में दोषियों को मिल गई सजा 

रसूलपुर थाना क्षेत्र के धानाडीह गांव में 3 लोगों की हत्या की गई थी. 16 जुलाई 2024 को सनकी आशिक अपने एक साथी के साथ अपनी प्रेमिका के घर पहुंचा था. हालांकि लड़की प्यार नहीं करती थी. सनकी आशिक ने घर जाकर पूरे परिवार पर चाकू से हमला कर दिया था. घटना में पिता और 2 नाबालिग बेटियों की मौत हो गई थी. वहीं, बच्चियों की मां भी घायल हुई थी, लेकिन वह बच गई थी. पुलिस अधीक्षक ने इस केस को गंभीरता से लिया था और 50 दिनों में दोषियों को सजा मिल गई.

‘मनोबल बढ़ता है’

वहीं, सारण एसपी डॉ. कुमार आशीष ने कहा कि हम लोगों ने काफी तेज गति से अनुसंधान किया था. इसके कारण इतनी जल्दी दोषियों को सजा हो पाई थी. जब हमारे काम की सराहना होती है, तो मनोबल बढ़ता है. हौसला काफी बढ़ता है. अपराध करने वालो के लिए भी ये एक मैसेज है कि या तो अपराध छोड़ें नहीं तो पुलिस तेजी से अनुसंधान कर अपराधियों को सजा दिलाने का काम करेगी. 

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