रायपुर। छठ का पर्व मना रहे सीआरपीएफ हवलदार के घर आगजनी की घटना से 13 साल की बच्ची की मौत से खुशियां गम में तब्दील हो गई. कचना हाउसिंग बोर्ड स्थित ब्लॉक नंबर 11 में रहने वाले सीआरपीएफ हवलदार के घर दर्दनाक हादसा तब हुआ, जब परिवार के सदस्य खर का अनुष्ठान पूरा कर गहरी सोए हुए थे. वहीं हवलदार ड्यूटी पर गए हुए थे.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रायपुर के कचना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के ब्लॉक नंबर 11 में चौथे माले पर सीआरपीएफ में हेड कांस्टेबल राकेश सिंह का परिवार रहता था. घटना के वक्त राकेश सिंह ड्यूटी के लिए नया रायपुर सेक्टर 17 गए हुए थे. घर पर उनकी पत्नी और दो बच्चे मौजूद थे. लेकिन उन्हें भी आग लगने का पता तब चला जब बच्ची 70 फीसदी से ज्यादा जल चुकी थी.

प्रथम दृष्टया आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है, क्योंकि घटना में बच्ची के साथ उसका पूरा बेड भी जलकर खाक हो चुका है. सुबह करीब 5 बजे के आसपास पुलिस को सूचना दी गयी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच के बाद शव को अपने कब्जे में लिया. घटना के बाद खम्हारडीह पुलिस ने घर को सील कर दिया है, अब मामले में फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी.

जानकारी के मुताबिक, राकेश सिंह का परिवार छठ के आयोजन में व्यस्त था. कल खरना का अनुष्ठान हुआ था, उसके बाद परिवार देर रात सो गया, इसी दौरान तड़के ये बड़ा हादसा हो गया. बिहार के आरा के रहने वाले राकेश सिंह का परिवार घटना के बाद सदमे में है. वहीं कॉलोनी में भी घटना को लेकर अलग-अलग चर्चा है. आशंका है कि धुंए की वजह से पहले बच्ची का दम घुटा होगा और फिर आग लग गई होगी, इस वजह से बच्ची चीख भी नहीं पाई.

मामले में एएसपी सिटी तारकेश्वर पटेल ने कहा

खम्हारडीह के कचना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की घटना है जहां सीआरपीएफ के प्रधान आरक्षक के परिवार वाले निवास करते थे, रात 3:00 बजे की बात है, अचानक कमरे में आग लग जाने से 13 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, मामले की जांच की जा रही है.