Chhath Puja 2024: चार दिवसीय छठ महापर्व पूजा सामग्री में कई प्रकार की वस्तुएं शामिल होती हैं, जैसे दउरा या डागर और सूप. डागर और सूप में कई ऐसी चीजें होना बहुत ही जरूरी है. छठ प्रसाद के लिए घरों में ठेकुआ, लड्डू और कई तरह के फल शामिल होते हैं. सभी चीजों के अलावा डागर में इन 6 फलों को भी शामिल करना होता है, इनके बिना पूजा पूरी नहीं होती है, तो बिना किसी देरी के आइए जानते हैं इनके बारे में जो छठ मैया को बहुत पसंद है…

नारियल

छठ मैया की पूजा में नारियल का बहुत महत्व है. भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए नारियल भी चढ़ाना चाहते हैं. इसीलिए कुछ लोगों की टोकरी में बहुत सारे नारियल होते हैं. दरअसल नारियल को देवी लक्ष्मी का स्वरूप और सबसे पवित्र फल माना जाता है. छठ पर्व में पवित्रता का बहुत महत्व है, नारियल को कोई पशु या पक्षी नष्ट नहीं कर सकता इसलिए पूजा में नारियल चढ़ाने का नियम है.

Chhath Puja 2024: सिंघाड़ा

सिंघाड़ा पानी में उगने वाला फल है, यह देवी लक्ष्मी को भी प्रिय है. इसे रोगनाशक और टॉनिक माना जाता है. आयुर्वेद में इसे बहुत फायदेमंद माना जाता है. पानी में पाए जाने वाले इस फल का आवरण भी गाढ़ा होता है. इसे पशु-पक्षी भी निगल नहीं पाते, इसलिए छठ मैया को यह पसंद है.

केला

नारियल की तरह केला भी छठ मैया को बहुत प्रिय है. इसकी खेती बिहार और पूर्वांचल में भी बड़े पैमाने पर की जाती है. इसलिए यह आसानी से उपलब्ध भी है. केला भगवान विष्णु का प्रिय फल है. केले के पौधे में विष्णु का वास माना जाता है. यह भी एक पवित्र फल है. लोग इसे कच्चा काटते हैं और घर पर पकाते हैं ताकि पक्षी और जानवर इसे न खा सकें. छठ मैया को केला उसकी शुद्धता के कारण पसंद है. लोग अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए छठ मैया को केले का घोड़ा भेंट करने का संकल्प भी लेते हैं.

Chhath Puja 2024: नींबू

एक नींबू जो खट्टे-मीठे स्वाद के साथ आकार में सामान्य नींबू से बड़ा होता है. इस नींबू को डाभ नींबू कहा जाता है. इसका आवरण मोटा है. इसके मोटे आवरण के कारण पशु-पक्षी इसे निगल नहीं पाते, इसलिए छठ मैया में डाभ नींबू भी काफी लोकप्रिय है.

गन्ना

छठ पूजा में गन्ने का भी बहुत महत्व है. कई जगहों पर छठ पूजा के दिन शाम के समय आंगन में गन्ने का घर बनाकर और उसके नीचे हाथी बिठाकर छठ मैया की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इससे छठ मैया सुख-समृद्धि लाती हैं. गन्ने का आवरण भी कठोर होने के कारण पशु-पक्षी इसे चबा नहीं पाते हैं. छठ मैया को शुद्धता के कारण गन्ना भी पसंद है. यही कारण है कि छठ में लौकी का प्रसाद भी बनाया जाता है.

Chhath Puja 2024: सुपारी

किसी भी शुभ कार्य में सुपारी का प्रयोग शुभ माना जाता है. पूजा का संकल्प भी सुपारी से किया जाता है. सुपारी एक बहुत ही कठोर फल है, जिसे संस्कृत में पुगीफालम कहा जाता है. यह देवी लक्ष्मी के प्रभाव में भी माना जाता है. चूँकि यह बहुत कठोर और लेपित होता है इसलिए पशु-पक्षी भी इसे निगल नहीं पाते. इसी वजह से छठ मैया को सुपारी चढ़ाई जाती है.