रायपुर। छत्तीसगढ़ में 1000 करोड़ घोटला मामला में केंद्रीय मंत्री सहित कई पूर्व और वर्तमान आईएएस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. सीबीआई केंद्रीय मंत्री पर एफआईआर दर्ज करने विधिक सेल से अभिमत मांगा है. सीबीआई ने विधिक सेल को हाईकोर्ट की कॉपी भेजा है.
दैनिक अखबार में छपे रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई समाज कल्याण विभाग में कभी भी दबिश दे सकती है. वहीं इस मामले में सीबीआई ने केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को फस्ट पार्टी बनाकर दो पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढाँढ, सुनील कुजूर, पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.के. राउत सहित कई आईएएस अधिकारियों पर एफआईर दर्ज करने की तैयारी में है.
आपको बता दें कि इस मामले में हाईकोर्ट ने 30 जनवरी को फैसला सुनाते हुए सीबीआई को 1 सप्ताह के भीतर आरोपियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे. लिहाजा कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए सीबीआई अगले तीन दिनों के भीतर कभी भी एफआईआर कर सकती है.
फिलहाल इन तमाम परस्थितियों के बीच केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह मुश्किल में नज़र आ रही है. अगर एफआईआर हुआ तो उनका मंत्री पद जा सकता है. वहीं विवेक ढाँढ, सुनील कुजूर, एम.के. राउत की भी छुट्टी हो सकती. जबकि वर्तमान आईएएस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.
मैं सीबीआई जाँच के लिए तैयार – रेणुका सिंह
दैनिक अख़बार में छपे बयान के मुताबिक रेणुका सिंह ने कहा कि इस घोटाले में उनकी कहीं भी संलिप्ता नहीं है. क्योंकि वह 2004 में सिर्फ़ 18 महीने के लिए समाज कल्याण विभाग मंत्रालय की मंत्री थीं. जबकि यह घोटाला 2010 की बताई जा रही है. ऐसे में उनके जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत है. मैं सीबीआई जाँच के लिए तैयार हूँ. सीबीआई पूछताछ के लिए बुलाती है तो वे जरूर अपना बयान दर्ज कराएंगी.