रेखराज साहू महासमुंद. पुलिस ने दो नाबालिगों का अपहरण करने वाले 6 आरोपियों को चंद घटों की मशक्कत के बाद पकड़ने में सफलता पाई. आरोपियों ने बच्चों को छोड़ने के लिए परिजनों से 1 लाख 20 हजार रुपए की फिरौती मांगी थी.
ग्राम खोखसा, थाना बसना निवासी हेगलाल सागर ने थाने में रात लगभग 8 बजे रिपोर्ट लिखाई कि महासमुंद काम से गए उसके लड़के लल्ला सागर और भतीजे का किसी ने अपहरण कर फोन पर एक लाख 20 हजार रुपए की फिरौती मांगी है. प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पटेवा में धारा 364 ए, 34 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
इस घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने तुरंत चार टीमों का गठन किया. साथ ही जिले के सारे आने-जाने वाले रास्तों पर नाकेबंदी कर किडनैपर के सारे रास्तों को बंद करने के साथ ही अन्य जिलों को भी किडनैपिंग की इस घटना की जानकारी देकर अलर्ट किया गया. पुलिस की टीम ने प्रार्थी के जरिए किडनैपर को कांपा में एक ढाबा के पास पैसे लेकर दोनों बच्चों को छोड़ने की बात कर राजी कर लिया.
प्रार्थी हेमलाल सागर गांव के एक व्यक्ति के साथ उक्त स्थल पर पैसा लेकर पहुंच जाते हैं, लेकिन आरोपी नहीं पहुंचते. इस बीच पुलिस की दूसरी टीम को कुछ संदिग्ध मोटर साइकिल सवार कांपा में नेशनल हाइवे के आस-पास घूमते हुए दिखाई दिए, जिन्हें पुलिस की टीम ने पीछा कर पकड़ने में कामयाबी पाई.
दोनों मोटर साइकिल में 06 व्यक्ति सवार थे. पुलिस की टीम ने मोटर साइकिल सवारों से किडनैप हुए बच्चों को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लेती है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम मुन्ना साहू पिता संतु साहू (27 वर्ष), लकेश चंद्राकर पिता स्व. नारायण चंद्राकर (30 वर्ष), पुरुषोत्तम उर्फ भुरू सोनी पिता हेमलाल सोनी (40 वर्ष) सभी ग्राम कांपा थाना तुमगांव निवासी, फुलसिंग चंद्राकर पिता स्व. दाउलाल निवासी ग्राम सेमराडीह थाना बलौदा बाजार बताया.
आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने किडनैपिंग की घटना को प्रार्थी हेमलाल सागर के बड़े बेटे से पैसे का लेनदेन होना व उससे पैसे वसूल करने के लिए घटना को अंजाम देना बताया. आरोपियों की योजना नाबालिक बच्चों को पैसे न मिलने तक ग्राम कांपा में लकेश चंद्राकर के यहा छिपाकर रखने की थी.
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन, एएसपी मेघा टेम्भुरकर साहू और एसडीओपी पिथौरा पुप्लेश पात्रे के निर्देशन में पटेवा थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर, सायबर सेल प्रभारी उनि संजय सिंह राजपूत, सउनि विकाश शर्मा, प्रआर मिनेश ध्रुव, आर कामता आवड़े, रवि यादव, अजय जांगड़े ने अंजाम दिया.
जिला महासमुंद की पुलिस के त्वरित कार्रवाई व परिणाम से प्रसन्न होकर पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा ने टीम को 25,000 रुपए नगद पुरस्कार और राजपत्रित अधिकारियों को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की गई है.