रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार का बहुप्रतीक्षित विजन डॉक्यूमेंट “छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047” अब तैयार हो चुका है और इसका भव्य विमोचन 17 जुलाई 2025 को शाम 6 बजे नवा रायपुर के एक बड़े होटल में आयोजित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर राज्य और केंद्र के कई बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे, जिसमें नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के बेरी और सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम प्रमुख रूप से शामिल होंगे।

यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर अब तक का सबसे महत्वपूर्ण रोडमैप माना जा रहा है, जिसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त एवं योजना मंत्री ओपी चौधरी के नेतृत्व में महीनों की कड़ी मेहनत, गहन मंथन और व्यापक विमर्श के बाद तैयार किया गया है।

क्या है “छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047”?

यह दस्तावेज़ भारत सरकार के “विकसित भारत@2047” मिशन के अनुरूप तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत सभी राज्यों से अपेक्षा की गई थी कि वे वर्ष 2047 तक के लिए अपना विकास रोडमैप बनाएं, जब देश अपनी आज़ादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। छत्तीसगढ़ इस दिशा में सबसे तेजी से आगे बढ़ते हुए उन पहले राज्यों में शामिल हो गया है, जिनका विजन डॉक्यूमेंट तैयार हो चुका है।

इस दस्तावेज़ में राज्य को “विकासशील से विकसित छत्तीसगढ़” में रूपांतरित करने की विस्तृत योजना दी गई है। इसमें सभी प्रमुख क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा, महिला सशक्तिकरण, कृषि, उद्योग, रोजगार, डिजिटल परिवर्तन, पर्यावरण और सुशासन पर व्यापक कार्यनीति तैयार की गई है।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दी कार्यक्रम की जानकारी

वित्त एवं योजना मंत्री ओपी चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन के साथ अमृतकाल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है। उसी क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने पहले ही बजट में यह घोषणा की थी कि हम एक स्पष्ट विजन और रोडमैप तैयार करेंगे, जिससे 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जा सके। अब वह डॉक्यूमेंट ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047’ के रूप में तैयार हो चुका है, जिसे 17 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा।”

वित्त मंत्री चौधरी ने बताया कि अमृतकाल अंजोर विजन डॉक्यूमेंट @ 2047 का लक्ष्य विकासशील छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ में बदलना है। जिसके लिए दूरदर्शी दृष्टिकोण, स्पष्ट प्राथमिकताएं और सुसंगठित रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि हमारे लक्ष्यों में अगले 5 वर्षों में GSDP को 5 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये करना, और इसे 2047 तक 75 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचाना का विजन है। इसके साथ 100% साक्षरता हासिल करना, 27% शहरीकरण दर के साथ संतुलित शहरी विकास और सशक्त बुनियादी ढांचा तैयार करना, 44% वन क्षेत्र को इको-टूरिज्म के रूप में विकसित कर हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, रायपुर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस-वे के माध्यम से लॉजिस्टिक हब स्थापित करना, स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) को आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करना, तथा स्मार्ट शहरों और पर्यावरण-संवेदनशील योजनाओं के साथ टिकाऊ विकास को प्राथमिकता देना शामिल है।

वित्त मंत्री चौधरी ने बताया कि अमृतकाल अंजोर विजन डॉक्यूमेंट के लॉन्च कार्यक्रम में राज्य के सभी मंत्री, 50 से अधिक विधायक, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, सांसदगण, उद्योग जगत, पत्रकार, शिक्षाविद्, महिला सशक्तिकरण से जुड़े संगठनों, और चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H