रायपुर। विधानसभा में बुधवार को सत्र शुरू होने के साथ विपक्ष ने सदन में आने से विधायकों को रोकने का आरोप लगाया. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि किसी को नहीं रोका जा रहा है. मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में नोक-झोंक के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने गृहमंत्री को अधिकारियों से जानकारी लेने के लिए निर्देशित किया. इसके साथ ही तल्ख टिप्पणी करते हुए विधानसभा का मजाक बनाकर रखने की बात कही.

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि विधायकों को विधानसभा आने से रोका जा रहा है. मुझे भी रोका गया. इसलिए हमारे कई विधायक नहीं पहुंच पाए हैं. नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि अगर विधायकों को रोका जा रहा है तो ये बहुत गंभीर विषय है. बसपा विधायक केशव चंद्रा और भाजपा विधायक रंजना साहू ने भी विधानसभा आने से रोकने की बात सदन में कही है.

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि किसी को नहीं रोका जा रहा है. यहां तक कि पानी की व्यवस्था की गई है. इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि मैं गृहमंत्री को निर्देशित कर रहा हूं कि अधिकारियों से जानकारी ले लें और निर्देशित कर दें कि किसी विधायक को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने से नहीं रोका जा सकता. किसी विधायक को अगर रोक रहे तो नहीं रोके. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि केवल संदिग्ध लोगों को रोका जा रहा है.

गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस को निर्देश है कि विधायकों को नहीं रोका जाए. कौन है ये देखने से एक सेकेंड रोका जा सकता है, लेकिन अगर फिर भी शिकायत है तो मैं एकबार और कह देता हूं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि हर बात को बढ़ा चढ़ा कर नहीं कहा जाए, विधानसभा का मजाक बनाकर रख दिया जाता है.

इसके पहले संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने शिवरतन शर्मा के विधायकों को सदन में आने से रोकने के आरोप पर बताया कि आज भाजपा का आंदोलन है, 4 लाख लोगों के पहुंचने की बात कही गई है. ऐसे में पुलिस व्यवस्था बना रही है. किसी विधायक को न कभी रोका गया है, न रोका जा रहा है.

सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने प्रदेश में बाघों के संरक्षण पर खर्च और बाघों की संख्या की जानकारी मांगी. वन मंत्री मोहम्मद अकबर की अनुपस्थिति में मंत्री शिव डहेरिया ने बताया कि 2018 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश में बाघों की संख्या 19 है. पिछले 3 सालों में बाघों के संरक्षण में 183.77 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. पिछले 2 साल में 2 बाघों की मौत हुई.

सत्तापक्ष के विधायक धनेंद्र साहू अभनपुर विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना की जानकारी मांगी. उन्होंने सवाल किया कि 3 वर्षों में योजना के अंतर्गत कितनी लागत के कार्य स्वीकृत हुए हैं, किस ग्राम के कार्य के लिए निविदा मनाई गई किन-किन गांव में कार्य बंद पड़ा है.

मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने बताया कि अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के 13 ग्रामों में जल जीवन मिशन योजना का कार्य प्रारंभ होना अभी शेष है. समस्त गांव में जल जीवन मिशन योजना का कार्य स्वीकृत किया गया है. जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उसको हैंडओवर किया जाता है. कोई कंप्लेन आती है, इसका निदान होता है. अभी भी शिकायत हो तो उसे दिखा दिया जाएगा.

विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि क्षेत्र में कई ऐसे गांव जहां जल के स्त्रोत नहीं है, स्त्रोत उपलब्ध कराए, कई स्थानों में टंकी की व्यवस्था नहीं महज सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है. मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि कई प्रकार की योजनाएं होती है, नल जल योजना, स्पॉट जल योजना गांवों के अनुसार योजनाएं बनती है, मंत्री ने सदन में की घोषणा पहले पानी टंकी बनेगा, तब आगे का कार्य होगा.

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