छत्तीसगढ़ में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को नक्सलियों ने बायकॉट कर दिया है. नक्सली बहुल इलाके अबूझमाड़ में ड्रोन की मदद से सुरक्षा ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.

रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 12 नवंबर को यानि सोमवार को होना है. इसके लिए यहां पर नक्सलप्रभावित इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इसी बीच नक्सल बहुल इलाके अबूजमाड़ में एंटी नक्सल अभियान भी शुरू कर दिए गए हैं. कुछ राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक नक्सलियों ने चुनाव के विरोध में आईईडी बिछाकर सुरक्षाकर्मियों को निशाने पर लेने का खतरनाक प्लान बनाया है.

खबर के मुताबिक अब ड्रोन की मदद से इन इलाकों में नजर रखी जा रही है. सबसे ज्यादा नक्सलप्रभावित इलाका अबूझमाड़ में ड्रोन की मदद से नक्सलियों पर नजर रखी जा रही है. यहां के कौशलनार में नक्सलियों पर नजर रखने के दौरान ड्रोन की मदद से पता लगाया गया कि वहां कुछ नक्सली मौजूद थे जो किसी खतरनाक प्लान को अंजाम देने के लिए इकट्ठे हुए थे. जब नक्सलियों ने ड्रोन को देखा तो वे फौरन वहां स्थित घरों के अंदर चले गए.

आपको बता दें कि अबूझमाड़ एक ऐसा आदिवासी बहुल जंगली इलाका है जिसमें प्रवेश करने की हर किसी की हिम्मत नहीं होती. यहां पर पूरी तरहसे माओवादियों का ही राज चलता है, यहां के लोग शासन-प्रशासन ने पूरी तरह से कटे हुए हैं. यही कारण है कि इस घने जंगल के अंदर कोई सुरक्षा कैंप भी नहीं बनाए गए हैं.

इंद्रावती नदी को पार करने के बाद लगभग 30 किमी तक सुरक्षाकर्मियों की पहुंच नहीं है. इस क्षेत्र में माओवादियों की गहरी पकड़ है. इनका पता लगाए जाने पर इस इलाके में सुरक्षा ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं.

तकनीकी खुफिया तंत्र की मदद से सुरक्षा ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हालांकि नक्सलियों के द्वारा आईईडी बम बिछाने से सुरक्षाकर्मियों का ऑपरेशन धीमा पड़ गया है. जानकारी के मुताबिक यहां के ग्रामीण सुरक्षाकर्मियों के हर एक कदम की जानकारी माओवादियों तक पहुंचाते हैं.