रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन हंगामाखेज रहा. राज्यपाल के अभिभाषण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद तक विपक्ष का हमलावर रुख देखने को मिला. यही नहीं अभिभाषण के दौरान भी विपक्ष के सदस्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र आने पर टोका-टाकी करते रहे.
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्ष ने श्रद्धांजलि को कार्यसूची में रखने पर सवाल उठाए. भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद कोई दूसरा काम नहीं होता. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद श्रद्धांजलि कार्यसूची में रखी गई है. ये राज्यपाल का अपमान है.
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उन्होंने कहा कि सदन का कार्य दिवस बढ़ाया जा सकता है. कौन सी विशेष परिस्थिति आ गई कि आज ही श्रद्धांजलि रखने की नौबत आ गई. इस पर स्पीकर ने कहा कि 2010 में भी ऐसी स्थिति आ चुकी है. जब राज्यपाल के अभिभाषण के साथ ही कार्यसूची में श्रद्धांजलि और अनुपूरक को शामिल किया गया था. इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सदन की परंपरा तोड़ना उचित नहीं है.
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