रायपुर। बेमेतरा निवासी पूर्व सैनिक भूपेन्द्र सिंह चौहान की गिरफ्तारी का मामला राजभवन पहुँच गया है. इस मामले की शिकायत पूर्व सैनिक सेवा परिषद की ओर से की गई है. सैनिक सेवा परिषद ने राज्यपाल को प्रेषित किए पत्र में भूपेन्द्र सिंह चौहान की गिरफ्तारी का कड़ा विरोध जताया है.
सेवा परिषद के महासचिव पवन निषाद ने कहा कि भूपेन्द्र सिंह चौहान नौसेना से रिटायर्ड होने के बाद अपने गृह नगर बेमेतरा में लगातार सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहा. वो बीते कई महीनों से युवाओं को सेना में भर्ती की लिए प्रेरित करने, ट्रेनिंग देने के साथ विभिन्न सामाजिक मुद्दों को उठाने काम कर रहा था. उन्होंने बेमेतरा में एक बच्ची के साथ हुए रेप के मामले को भी बेहद जोर-शोर के साथ सोशल मीडिया में उठाया था. उसके द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे से लोग भी जुड़ते गए. पुलिस भी सक्रिय हुई और करीब महीने भर में रेप के आरोपी की गिरफ्तारी हुई. लेकिन अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद लग रहा है कि भूपेन्द्र स्थानीय नेताओं और प्रशासन के टारगेट में था. लिहाजा उससे जरा सी हुई चूक हुई तो बड़ी गलती बताकर उसे बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया. यह पूरी तरह से अमानवीय है और निंदनीय है.
पवन निषाद ने कहा कि भूपेन्द्र पर पीड़ित बच्ची की फोटो वायरल करने, पहचान उजागर करने का आरोप लगा है. लेकिन हमने अभी तो जो जानकारी बेमेतरा से विभिन्न माध्यमों से जुटाई उससे कहीं भी ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा कि पूर्व सैनिक की मंशा ऐसी थी. हो सकता है कि भूल वश उससे कोई चूक हुई हो, उसने जानबूझ कर इस तरह की गलती की हो ऐसा कहीं से नहीं लग रहा है.
पवन निषाद ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में हमें स्थानीय पुलिस से किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. हमें इस मामले में अब तक क्या जाँच हुई इसकी रिपोर्ट नहीं दी जा रही है. लिहाजा अब सेवा परिषद की ओर से एक वरिष्ठ पूर्व सैनिक को हमने केस स्टडी तैयार करने की जिम्मेदारी दी है. ताकि वास्तविक तथ्य सामने आ सके.
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की शिकायत हमने राज्यपाल अनुसुईया उइके के साथ-साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी की है. साथ ही डीजीपी डीएम अवस्थी को पत्र के माध्यम से सूचित किया है. वहीं आईजी दुर्ग को भी हमने ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच कराने की मांग की है. साथ ही हम पू्र्व सैनिक भूपेन्द्र की जल्द रिहाई की भी मांग करते हैं.