चंद्रकांत देवांगन, भिलाई। कुछ लोग बहुत जल्दी ही निराश हो जाते हैं. इस निराशा में जब उन्हें आशा की कोई किरण नज़र नहीं आती तो फिर आत्मघाती कदम भी उठा लेते हैं. छोटी-छोटी गलतियों को बड़ा भी समझ बैठते हैं और यह महसूस करने लगते हैं जैसे अपनी सारी गलतियों के लिए वे खुद ही जिम्मेदार है. गलतियां कुछ बुरी, तो कुछ बहुत ही बुरी होती है. बुरे के अनुभव के बीच ऐसे लोगों को लगने लगता जैसे उसका सबकुछ बर्बाद हो गया है. लेकिन इस बर्बादी के बीच वह यह भूल जाता है कि उसके साथ एक आबाद दुनिया भी है. एक ऐसी दुनिया जो उसके नहीं रहने बर्बाद हो सकती है. लेकिन इससे बेपरवाह एक और नाबालिग ने खुदकुशी कर ली.

बात भिलाई निवासी 17 वर्षीय नाबालिग आशीष पैकरा की हो रही है, जिसने कल खुदकुशी कर ली. आशीष का शव उसके घर पर फंदे से लटकते मिला. आशीष पैकरा IPS और परिवन आयुक्त टीएस पैकरा का भतीजा था. भिलाई नगर पुलिस के मुताबिक आशीष अपने बड़े पिताजी टीएस के घर रहकर अध्ययनरत् था.

पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है. सुसाइड नोट में आशीष ने अपनी मौत के लिए खुद को न सिर्फ जिम्मेदार बताया, बल्कि यह भी लिखा है कि उसे लेकर कोई भी अफसोस न करें. उन्होंने लिखा- मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता. मेरा करियर बर्बाद हो चुका है. मैं घरवालों का समय और पैसा बर्बाद कर रहा हूँ. कोई भी बड़े पापा और मम्मी को बीच में न लाए. कोई अफसोस मत करना. मेरे बुरे कार्यों का याद करना और कहना कि अच्छा हुआ मर गया. सिर्फ सोते समय अच्छा लगता है. अब हमेशा के लिए सो जाऊंगा, गुड नाइट…मामले में पुलिस मर्ग कायम मामले की जांच शुरू कर दी है.