शिवम मिश्रा,रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी और किसानों की आत्महत्या मामले में राजनीति जोरों पर है. हाल ही में अभनपुर के अमदी गांव में किसान राम नारायण निषाद ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद से बीजेपी कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. सोमवार को बीजेपी के पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने प्रेसवार्ता कर सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मृतक किसान के परिवार को परेशान किया जा रहा है. परिवार पर दबाव डालकर बीमारी से मौत होने की वजह बताने के लिए बाध्य किया जा रहा है.

पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार किसानों की खुदकुशी का सिलसिला जारी है. एक-दो मामलों के अलावा अब तक किसी को मुआवजा नहीं मिला पाया है. उन्होंने कहा कि अभनपुर का किसान राम नारायण निषाद कर्ज की वजह से परेशान था. उसे सरकार की योजनाओं का ठीक समय पर लाभ मिला, इसलिए उसने आत्महत्या कर ली. यदि समय पर योजना का लाभ मिलता, तो उनकी जान नहीं जाती. मृतक किसान के परिवार को परेशान कर दबाव डाला जा रहा है कि बीमारी से मौत होना बताया जाए. उन्होंने कहा कि सभी मामले की जांच होनी चाहिए और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए.

चंद्रशेखर ने आगे कहा कि प्रदेश में कॉंग्रेस की सरकार धोखाधड़ी, विश्वासघात के अलावा संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दे रही है. सरकार फर्जी आकड़ों का सहारा लेकर झूठ पर झूठ गढ़कर दुष्प्रचार में लगी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर टिप्पणी किया जाता है कि हम छोटे-छोटे मुद्दे उठाते है. उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या किसानों की आत्महत्या का मामला छोटा है. अभनपुर का किसान बहुत तनाव में था और बेज्जती के डर से उसने आत्महत्या की है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीजेपी पर ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं. अगर वो इस तरह के बयान वापस नहीं लेते हैं, तो बीजेपी गांधी जी के निर्वाण दिवस के दिन सत्याग्रह करेंगे. इससे पहले रविवार को पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू की अध्यक्षता में बीजेपी की जांच दल गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी.

बता दें कि 18 जनवरी को अभनपुर के अमदी गांव में राम नारायण निषाद ने कीटनाशक पीकर अपनी जान दे दी थी. जिस वक्त राम नारायण ने यह कदम उठाया, वह अपने घर में अकेला था और उसकी पत्नी खेत में काम करने गई थी. पत्नी के अनुसार उसके पति पर 4-5 लाख रूपए का कर्ज था.