रायपुर। छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, चरौदा और कुम्हारी को मिलाकर स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) बनाये जाने का रास्ता साफ हो गया है. एससीआर के विकास के लिए संबंधित प्राधिकरण की स्थापना के लिए साय सरकार विधानसभा के आगामी सत्र में विधेयक लेकर आ रही है. मंत्रालय में आज हुई कैबिनेट में सरकार ने विधेयक के प्रारूप को मंजूरी दी गई.
इसे भी पढ़ें : CABINET MEETING : मानसून सत्र से पहले साय सरकार के 12 अहम फैसले, युवाओं के लिए नई नीति


रायपुर, दुर्ग-भिलाई और नया रायपुर अटल नगर में तेजी से बढ़ती आबादी और शहरीकरण को देखते हुए इस क्षेत्र के सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध विकास के लिए यह प्राधिकरण काम करेगा. यह प्राधिकरण राजधानी क्षेत्र के लिए योजना बनाना, निवेश को बढ़ावा देना, विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के बीच समन्वय तथा शहर के विस्तार को सही ढंग से नियंत्रित करने का काम करेगा.
2031 तक होगी 50 लाख की आबादी
2031 तक इस क्षेत्र में लगभग 50 लाख लोगों के रहने की संभावना है. इसलिए भूमि का प्रभावी उपयोग और पर्यावरण की रक्षा करते हुए शहरी विकास सुनिश्चित करना जरूरी है. इस तरह राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों को बेहतर, सतत और सुव्यवस्थित बनाने में मदद करेगा.
आवास एवं पर्यावरण विभाग के मुताबिक़ राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण( एससीआर) एक वैधानिक निकाय की स्थापना करना आवश्यक है. यह प्राधिकरण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र( एनसीआर), हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अनुरूप होगा. इस प्राधिकरण का उद्देश्य राजधानी क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए जिम्मेदार शीर्ष योजना, नियामक और समन्वय संस्थान के रूप में काम करना होगा. इसके कार्यों में स्थानीय योजनाओं, निवेश/आर्थिक और अधोसंरचना विकास को बढ़ावा देना तथा नियोजित शहरी विकास के सिद्धांतों के अनुसार व्यवस्थित और नियोजित शहरी विस्तार सुनिश्चित करने के लिए विकास मानदंडों और मानकों को लागू करना होगा.

- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें