वैभव बेमेतरिहा, रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियां सभी दलों ने शुरू कर दी है. चुनाव की तैयारियां सर्वे के साथ ही शुरू होती है. अलग-अलग रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस, भाजपा के साथ ही अन्य दलों ने भी छत्तीसगढ़ में दो से तीन दौर का सर्वे पूरा कर लिया है. वहीं कई मीडिया संस्थानों ने भी छत्तीसगढ़ में आज की स्थिति का आंकलन करते हुए सर्वे किया है.

वैसे खबर तो यह भी है कि विधायकों ने भी अपनी मौजूदा स्थिति को जानने के लिए कई एजेंसियों के माध्यम से सर्वे करवाया है. पार्टी और सरकार ने भी एजेंसियों के माध्यम से विधायकों का फीडबैक लिया है. कुछ एक महीने पहले आई ऐसे ही एक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया था कि सत्ताधारी दल के करीब 40 विधायकों की स्थिति अच्छी नहीं है. खबर यह भी चली थी कि विधायकों को प्रदर्शन सुधारने कहा गया है.

इन सबके बीच जो सबसे ताजा अपडेट है वो ये कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास 80 फीसदी विधायकों की जमीनी रिपोर्ट आ चुकी है. मुख्यमंत्री ने खुद धरातल पर जाकर सरकार के काम-काज, विधायकों के परफार्मेंस का आंकलन किया है. मुख्यमंत्री ने किसी एजेंसी के माध्यम से नहीं बल्कि सीधे जनता से फीडबैक लिया है.

दरअसल मुख्यमंत्री बीते एक साल से छत्तीसगढ़ के विधासभाओं का दौरा कर रहे हैं. अब तक 72 विधानसभा का दौरा मुख्यमंत्री कर चुके हैं. ठीक आज ही की तारीख में 4 मई 2022 को मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की थी. भेंट-मुलाकात कार्यक्रम एक ऐसा कार्यक्रम, जिसमें मुख्यमंत्री सीधे जनता के बीच जाकर चौपाल लगाते हैं. जनता के साथ मुख्यमंत्री का संवाद होता है. मुख्यमंत्री अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन और लाभ के बारे लोगों से सवाल करते हैं और जवाब लेते हैं. यही नहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधानसभा क्षेत्र में रात्रि विश्राम भी करते हैं और सामाजिक संगठनों के साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी अलग से मुलाकात करते हैं.

भेंट-मुलाकात के इस क्रम में जाहिर है मुख्यमंत्री प्रत्यक्ष रूप से ग्राउंड पर जाकर विधायकों की जनता के बीच मौजूदगी और सरकार की स्थिति का आंकलन रहे हैं. क्रम अभी जारी है. करीब 18 विधानसभा अभी बाकी है, जहाँ मुख्यमंत्री को भेंट-मुलाकात के लिए जाना है. बचे हुए विधानसभाओं में भेंट-मुलाकात के बाद सभी विधायकों की ग्राउंड रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास होगी. जाहिर है इसके बाद समीक्षा का दौर चलेगा.

वैसे भी विधायकों को यह कहा गया है कि परफार्मेंस के आधार पर टिकट तय होगी. ऐसे में कितने विधायक मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतर पाए हैं यह तो आने वाले कुछ महीनों में पता चलेगा, लेकिन जिन विधायकों की रिपोर्ट अच्छी नहीं है उनकी चिंता स्वभाविक तौर पर और बढ़ गई होगी.

मई 2023 से गिनती शुरू करे तो छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को 6 महीने ही शेष रह जाता है. इन 6 महीनों में अभी कई तरह की तस्वीरें सामने आएगी. कई रिपोर्ट्स तैयार होंगी, लेकिन जब मुख्यमंत्री खुद जमीनी स्थिति का आंकलन जमीन पर जाकर कर रहे हो तो फिर किसी और तरह के सर्वे का कोई विशेष महत्व रह नहीं जाता है. ये और बात है कि कुछ हवा-हवाई वाले विधायक भी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के बाद पूरी तरह से जमीन पर आ गए हैं.