रायपुर. मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर दिग्गज नेता मैदान में कूद पड़े हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को जबलपुर में कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तन्खा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी निश्चित पराजय को देखकर मोदी अब इंटरव्यू का सहारा ले रहे हैं, यह इंटरव्यू पूरी तरह से प्रायोजित है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस इंटरव्यू को संज्ञान में लेने की भी बात कही.

सीएम बघेल ने मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल को असफल बताकर चुनावी वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया. मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे लोगों के हाथों में झाड़ू पकड़ाकर खुद विदेश यात्रा पर करते हैं. पांच साल असफल रहने के बाद अगले पांच साल क्या करेंगे, इसका उनके पास कोई हिसाब नहीं है. वहीं कांग्रेस की ‘न्याय योजना’ की तरीफ में कहा कि 72 हजार के जरिए निश्चित ही गरीबी पर वार होगा. उन्होंने ने दावा किया कि केंद्र में किसी हालत में एनडीए की सरकार नहीं बनने वाली. वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज को गब्बरसिंह के अंदाज में  भाषण देने वाला बताते हुए कहा कि हार देख कर बौखला गए हैं.

जबलपुर में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए पहुंचे भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि महाकोशल और छत्तीसगढ़ का पुराना और ऐतिहासिक संबंध रहा है. छत्तीसगढ़ दक्षिण कोसल के नाम से जाना जाता है. अलग राज्य बनने के बाद भी इस संबंध में कमी आई है. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने अच्छे दिन, सबका साथ-सबका विकास, कालाधन वापसी के वादे को पूरा नहीं कर पाने का आरोप लगाया. वहीं नोटबंदी को लेकर मोदी पर तंज करते हुए कहा कि कुल मिलाकर मोदी का कार्यकाल असफलताओं से भरा है, इस वर्ष के चुनाव के लिए भी वे क्या करेंगे, भी नहीं बता सके.

सीएम बघेल ने कहा कि मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने प्रेस कान्फ्रेन्स नहीं लिया. मोदी के मन की बात करते हैं, और लोगों को भ्रमित करते हैं. उनके कार्यकाल में सवाल पूछना अपराध माना जाता है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जहां भी जाते हैं, लोगों से मिलते हैं, चर्चा करते हैं और प्रेस कांफ्रेन्स के माध्यम से अपनी राय जाहिर करते हैं. क्योंकि कांग्रेस को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास है. उन्होंने किसानों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सोच ऋण माफी से ऋण मुक्ति की ओर है. उन्होंने संसद में रेल बजट की समाप्त को दुर्गाग्यजनक बताते हुए कहा कि इससे आम जनता को कई जानकारियों से वंचित कर दिया गया है.