रायपुर। पेगासस फोन हैकिंग मसले पर बुधवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस की. प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय समेत कांग्रेस नेता मौजूद रहे. प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि भाजपा का नाम बदलकर भारतीय जनता जासूसी पार्टी रख देना चाहिए. मोदी सरकार देश की जासूसी करने वाली सरकार है. अंग्रेजों के लिए जासूसी करने वाले लोगों की पार्टी आज केंद्र में है. पीएम मोदी मन की बात नहीं कर, छुप-छुप कर लोगों की बात सुनते हैं. यह कृत्य संविधान के खिलाफ है. यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ और देशद्रोह है. बीजेपी अब भारतीय जासूस पार्टी बन गई.

अमित शाह इस्तीफा दे, पीएम की भूमिका की हो जांच

प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश में सुरक्षा के लिए जिम्मेदार गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए. पीएम मोदी की भूमिका की जांच होनी चाहिए. भाजपा और मोदी चाल-चरित्र उजागर हुआ है. कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में एनएसओ कंपनी के लोग 2017 को आए थे. तत्कालीन रमन सरकार और पुलिस के साथ उनकी चर्चा हुई थी. भूपेश सरकार के द्वारा नवंबर 2019 में एक समिति गठित की थी. समिति ने जांच की, जिसमें पाया कि पेगासस के साथ हुई बैठक की जानकारी से जुड़े दस्तावेज जला दिए गए.

रमन सिंह बताए कंपनी के साथ बैठक हुई या नहीं ?

कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सवाल किया कि वो बताएं एनोसस कंपनी के लोगों के साथ उनकी बैठक हुई थी या नहीं ? बीजेपी ने कुछ गलत नहीं किया, तो उसका विवरण उसे सार्वजनिक करना चाहिए. कांग्रेस मांग करती है कि छत्तीसगढ़ सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करें. कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए पेगासस का दुरुपयोग किया गया. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले पेगासस का दुरूपयोग हुआ.

10 देश हैं एनएसओ के ग्राहक

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि इसराइल की सर्विलांस कंपनी एनएसओ ग्रुप के सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं, मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के फ़ोन की जासूसी की जा रही है. जांच में यह बात सामने आया है कि 10 देश एनएसओ के ग्राहक हैं. जिसमें भारत का नाम भी शामिल है. इस जासूसी में मोदी सरकार सम्मिलित है. हमारे नेता राहुल गांधी के दो मोबाइल नंबर उन भारतीय नंबरों में शामिल हैं, जिसे पेगासस से जासूसी करने हैक किया गया है.

राहुल गांधी के दो नंबरों की हुई जासूसी

विकास उपाध्याय ने कहा कि रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि राहुल गांधी के दो नंबरों को 2018 से 2019 के बीच लिस्ट में शामिल किया गया था. यह बहुत ही गंभीर मामला है और यही वो समय था जब मोदी सरकार ने गाँधी परिवार से SPG सुरक्षा हटा दिया था. मेरा मानना है कि इस जासूसी से राहुल गांधी की जान को भी खतरा हो सकता है. मोदी सरकार गांधी परिवार को तत्काल SPG सुरक्षा मुहैया कराए. इस पूरे मामले में जो महत्वपूर्ण बात है वह यह कि जो पड़ताल में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साल 2017 के इसराइल दौरे के साथ ही एनएसओ के सिस्टम में भारतीय नंबरों की एंट्री शुरू हुई.

विकास ने पूछा सवाल, जांच की मांग

विकास उपाध्याय ने पूछा है कि क्या भारत सरकार एसएसओ ग्रुप की क्लाइंट है ? इस सवाल पर सरकार ने ‘हाँ’ या ‘ना’ में जवाब नहीं दिया है. जबकि एमनेस्टी इंटरनेशनल की टेक लैब ने 67 डिवाइसों की फ़ोरेंसिक जांच की है. उसमें पाया कि 37 फ़ोन पेगासस का शिकार हुए थे. इनमें से 10 डिवाइस भारत के थे. भारत सरकार इस पूरे मामले में अपनी भूमिका स्पष्ट करे. हम इसकी न्यायिक जांच की मांग करते हैं.

पेगासस सॉफ्टवेयर क्या है ?

पेगासस किसी के भी मोबाइल में उसकी मर्जी के बगैर उसे हैक कर लेता है. उसका मोबाइल कैमरा को भी हैक कर लेता है. उस सेलफोन के माइक्रोफोन को हैक कर लेता है. उसके सारे पासवर्ड, कॉन्टैक्ट लिस्ट को हैक कर लेता है. जो बात आप मोबाइल पर करते हैं या मोबाइल बंद भी हो, सभी जानकारियां जो कैमरा या माइक्रो फोन के माध्यम से सुनी जा सकती है, जो कि गैरकानूनी है. आपके मोबाइल को इस पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है.

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