रायपुर। देश में पिछले एक महीने में पेट्रोल की क़ीमतों में 17 बार वृद्धि की गई है. पेट्रोल की कीमत 100 रुपए के पार हो गया है. पेट्रोलियम पदार्थ में लगातार वृद्धि होने से लोगों का बजट पूरी तरह से लड़खड़ा गया है. लोगों का जीवन और कठिन हो गया है. बढ़ती महंगाई को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस पिछले 6 दिन से अनोखा विरोध प्रदर्शन कर रही है. सड़क पर पेट्रोल पंप की डमी उतराने और साइकिल रैली निकालने के बाद आज पैदल रैली निकाला. कांग्रेस नेताओं ने पूर्व सीएम और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया. रमन सिंह के नाम पर उनके गार्ड को बेशरम के फूलों से बना गुलदस्ता और एक लीटर पेट्रोल-डीजल भेंट किया.

रमन को बेशरम के फूलों का गुलदस्ता किया भेंट

कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पेट्रोल की मूल्य में वृद्धि की है. इतनी वृद्धि करते हुए इन लोगों के दल को शर्म नहीं आई, तो ये लोग बेशरम के फूलों के गुलदस्ते के हकदार ही है. इसलिए उन्हें पेट्रोल के साथ बेशरम के फूल का गुलदस्ता भी भेंट किया गया है. उन्होंने कहा कि जब युपीए की सरकार थी, तब पेट्रोल डीज़ल की क़ीमत में थोड़ी से वृद्धि हुई थी, तब यही लोग हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का पोस्टर महंगाई डायन बनाकर जारी किया था. स्मृति ईरानी से लेकर सभी लोग सड़क पर तमाश कर रहे थे. चूड़ियाँ फ़ेक रहे थे. वो आज कहां है, क्यों चुप है. आज उनकी ही सरकार है. पेट्रोल 100 के पार है.

आम आदमी का बिगड़ा बजट

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल के माध्यम से लिए जाने वाले टैक्स से 2 लाख 50 हज़ार करोड़ का मुनाफ़ा कमाया है. इन्हें शर्म आनी चाहिए. कोरोना काल में जब सरकार को लोगों की सहायता करनी चाहिए, तब ये पेट्रोल की मूल्य वृद्धि कर आम लोगों के जेब में डाका डाल उनका जीवन और कठिन कर रहे हैं. जबकि विश्व मार्केट में तेल की क़ीमत काफ़ी कम है, फिर ये मूल्य वृद्धि क्यों ? उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीज़ल लोगों की रोज़मर्रा से जुड़ा हुआ है. हर व्यक्ति इस मूल्य वृद्धि से प्रभावित है. डीज़ल की क़ीमत बढ़ने से माल ढुलाई भाड़ा भी बढ़ गया. जिससे अनाज, सब्ज़ी, दवा इंसान के प्रयोग में आने वाली सभी चीज़ें प्रभावित हो गई है. ऐसी कोई वस्तु नहीं जो इस मूल्य वृद्धि से अछूती हो.

सरसों का तेल 70 से 170 पहुंचा

विनोद तिवारी ने कहा कि बात सिर्फ़ पेट्रोल-डीज़ल की नहीं है. आज गैस की क़ीमत को देख लो आसमान छू रही है. सरसों का तेल 70 से 170 पहुंच गया है. इसी तरह अन्य वस्तुएं भी महंगी हुई है. जिससे लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है. ग्रहणीया घर कैसे चला रही है, ये उनका दिल ही जनता है. इस सरकार ने आम आदमी के जीवन में कितनी तकलीफ़ भर दी है. ये दर्द वही समझ सकते है. ये सरकार तो ग्राहकों से मुनाफ़ा कमाने वाली सरकार बन गई है. आगे भी पेट्रोल मूल्य वृद्धि के ख़िलाफ़ प्रदर्शन चलता रहेगा. 11 जून को पीसीसी द्वारा जारी निर्देशित तरीक़े से पेट्रोल मूल्य वृद्धि का विरोध किया जाएगा.

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