रायपुर। प्रदेश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. इसी बीच प्रदेश की जनता मौसम की मार झेल रही है. राज्य के कई जिलों में तेज मुसलाधार बारिश और जमकर ओले गिरे हैं. जिससे कोरोना वायरस के फैलने की संभावना और बढ़ सकती है. इसके साथ ही लगातार मौसम के परिवर्तन की वजह से मौसमी बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है.

दरअसल बिलासपुर, बस्तर, रायगढ़, बालौदा बाजार जिले के कई क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई है. जगदलपुर की तस्वीरें निकलकर सामने आ रही है, उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो कश्मीर का नजारा हो. सड़कों पर बर्फ की चादर लदी हुई है. देखने में यह तस्वीर जितनी खूबसूरत है, इंसान के लिए इस समय उतना ही खतरनाक है. धरमजयगढ़ नगर के जेलपारा और दुगरूपारा में तीन 4 घरों के छप्पर को आंधी उड़ा ले गया है. आंधी से एक घर के ऊपर विशाल पीपल का पेड़ गिर गया.

ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर राकेश गुप्ता ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि जिस तरीके से मौसम के तापमान में बदलाव हो रहा है. ऐसे में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाता है. इसकी जद में बच्चे और वृद्ध आ सकते हैं या फिर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. बेमौसम बारिश से कोरोना ही नहीं मौसमी बीमारी की भी चपेट में आ सकते हैं.

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मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम विदर्भ के ऊपर एक चक्रीय चक्रवाती घेरा बना हुआ है. साथ ही एक द्रोणिका पश्चिम विदर्भ से तमिलनाडु तक स्थित है. अभी छत्तीसगढ़ में बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में गरम और नमी युक्त हवा आ रही है. इसके कारण छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग के कुछ भागों में अनेक स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. साथ ही एक दो स्थानों पर तेज हवा के साथ ओले गिरने की संभावना है. दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर ही हल्की वर्षा होने की संभावना है. भौगोलिक कारण से बस्तर के आसपास मेघ गर्जन के साथ ओलावृष्टि हुआ है.