
सत्यपाल सिंह,रायपुर। सेवा वृद्धि की मांग को लेकर पिछले 53 दिनों से कोरोना योद्धा आंदोलन कर रहे है. गुरुवार को रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल से कोरोना योद्धाओं ने अपनी मांग को लेकर घुटनों के बल मां महामाया के दरबार पहुंचे. मंदिर में पूजा-अर्चना कर सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की.
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अपनी जान की बाजी लगाकर स्वास्थ्यकर्मियों ने सेवा दी, लेकिन अब कोरोना संक्रमण दर कम होते ही चरणबद्ध तरीके से सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया जा रहा है. जिसमें से कई स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्ति कर दी गई है. कई जिलों में अभी चरणबद्ध तरीके से सेवा समाप्त की जा रही है. जिससे नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने इन दिनों सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 53 दिनों से सेवा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं.
स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार को अपनी ओर ध्यानाकर्षण के लिए कई अनेकों अनोखे तरीके से धरना प्रदर्शन किया. इससे पहले भी मुख्यमंत्री से मिलने के लिए ‘कर नापते’ हुए सीएम हाउस मिलने जा रहे थे, जिन्हें बीच रास्ते पर ही पुलिस ने रोक दिया. सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन, पीपीई कीट पहन कर भीख मांगना, पीपीई कीट पहन कर गोबर बीनना, नुक्कड़ नाटक तीसरी लहर को लेकर जनता को जागरूक करने के लिए पंपलेट बांटना जैसे विरोध जता चुके हैं.
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इसलिए आज अपनी मांग को लेकर नवरात्र के अंतिम दिन में धरना स्थल से दंडवत प्रणाम करते हुए घुटनों के बल महामाया दरबार पहुंचे, जहां सरकार के लिए सद्बुद्धि और कोरोना योद्धाओं की मांग पूरी हो इसके लिए पूजा अर्चना की. अब देखना यह होगा कि इनकी मांगे कब तक पूरी की जा जाती है या फिर कोरोना योद्धाओं का धरना ऐसे ही चलता रहेगा.
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