सत्यपाल सिंह,रायपुर। राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने कोरोना काल में ऑनलाइन और ऑफलाइन शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन पूरे प्रदेश में किया है. इसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है. ऑनलाइन क्लाश में शामिल बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों का मूल्यांकन भी किया जाएगा. जिससे न केवल इन योजनाओं की वास्तविक सफलता का आंकलन किया जा सकेगा, बल्कि इनमें सुधार की योजना भी बनाई जा सके. इसके लिये https://cgschool.in पर इन योजनाओं में शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी बच्चों के नामों की एन्ट्री करके, उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों द्वारा उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों की एन्ट्री करने का प्रावधान भी किया गया है. मूल्यांकन की एन्ट्री अक्टूबर माह से प्रारंभ होकर प्रतिमाह की जाएगी. जिससे बच्चों की शैक्षणिक प्रगति का आंकलन भी किया जा सके. इस संबंध में  प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी करते हुए मूल्यांकन करने को कहा है.

शिक्षकों का होगा सम्मान

स्कूल शिक्षा संचालक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि विभाग ने यह निर्णय भी लिया है कि जो शिक्षक लगातार 100 या अधिक बच्चों का मूल्यांकन जनवरी माह तक करेंगे, उन्हें प्लेटिनम प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जायेगा. इसी प्रकार 75 से 100 बच्चों का लगातार मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को गोल्ड प्रशंसा प्रमाण पत्र, 50 से 75 बच्चों का लगातार मूल्याकन करने वालों को सिल्वर प्रशंसा प्रमाण पत्र, 25 से 50 बच्चों का लगातार मूल्यांकन करने वालों को ब्रोंज प्रशंसा प्रमाण पत्र और 10 से 20 बच्चों का लगातार मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को साधारण प्रशंसा प्रमाण पत्र दिया जाएगा. यह प्रमाण पत्र फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में जनवरी तक किये गये कार्य के लिये दिये जायेंगे.

बच्चों को भी मिलेगा प्रमाण पत्र

विभिन्न जिलों, विकासखण्डों और संकुलों के बीच एक प्रकार की प्रतिस्पर्धा होगी. बच्चों की शैक्षणिक प्रगति के आधार पर इन्हें फरवरी माह में प्रमाण पत्र दिये जायेंगे. इस योजना का शिक्षकों के बीच व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए. जिससे अधिक से अधिक बच्चे एवं शिक्षक इसका लाभ उठा सकें.