रायपुर. भारत सरकार ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण लीग 2020 के प्रथम पाली का रिजल्ट घोषित कर दिया है. द्वितीय पाली की फाइनल प्रतियोगिता 4 जनवरी 2020 से प्रारंभ होगी. घोषित नतीजों में छत्तीसगढ़ में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करते हुए स्वच्छता में प्रथम राज्य होने के गौरव को बरकरार रखा है. नतीजों को देखे तो 25 हजार से कम जनसंख्या वाले राज्य के समस्त शहर ईस्ट जोन के टॉप 130 में शामिल हुए है. 50 हजार से 1 लाख की जनसंख्या वाले शहरों में समस्त 6 शहर ईस्ट जोन के टॉप 6 रैंक अर्जित किए हैं. इसी प्रकार 1 लाख से 10 लाख की जनसंख्या में समस्त शहर ऑल इंडिया टॉप 50 शहर में अपना स्थान बनाए रखे है. रायपुर शहर 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहर क्वॉर्टर-1 में 18 रैंक एवं क्वॉर्टर-2 में 26 रैंक अर्जित किया है. इस श्रेणी में कुल 49 शहरों ने भाग लिया.
छत्तीसगढ़ के शहरों की यह उपलब्धि भारत सरकार एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा बेस्ट प्रैक्टिस घोषित की गई. परियोजना मिशन क्लीन सिटी, स्वच्छता श्रृगार, सुविधा-24 आदि परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के कारण प्राप्त हुई.
विभागीय मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने राज्य की इस उपलब्धि पर नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के फाईनल मुकाबले में समस्त नगरीय निकायों को उत्कृष्ट कार्य करने हेतु निर्देशित भी किया.
यह नतीजे शहरों द्वारा प्रस्तुत प्रोग्रेस के विरूध्द सिटीजन फीडबैक के आधार पर तैयार किए गए है. प्रथम पाली लीग के नतीजे निम्नानुसार है-
- क्वॉर्टर-1 (अप्रैल 2019 से जून 2019) एक लाख से 10 लाख की जनसंख्या में बिलासपुर तीसरा रैंक, कोरबा पांचवा रैंक, रायगढ़ 12वा रैंक, अंबिकापुर 15वा रैंक, जगदलपुर 18वा रैंक, राजनांदगांव 19वा रैंक, दुर्ग 35वां रैंक एवं भिलाई 39वां रैंक प्राप्त किया. उल्लेखनीय है कि, राज्य के 6 शहर ऑल इंडिया रैंकिंग के श्रेष्ठ 20 शहरों में शामिल है.
2. क्वॉर्टर-2 (जुलाई 2019 से सितम्बर 2019) एक लाख से 10 लाख की जनसंख्या में अंबिकापुर 5वां रैंक, बिलासपुर 15वां रैंक, राजनांदगांव 18वा रैंक, दुर्ग 38वां रैंक, भिलाई 40वां रैंक, जगदलपुर 41वा रैंक, रायगढ़ 42वा रैंक, कोरबा 47वां प्राप्त किया. उल्लेखनीय है कि, राज्य के इस श्रेणी के समस्त 8 शहर ऑल इंडिया रैंकिंग के श्रेष्ठ 50 शहरों में शामिल है.
- क्वॉर्टर-1 (अप्रैल 2019 से जून 2019) 50 हजार से एक लाख की जनसंख्या में चिरमिरी पहला रैंक, भिलाई-चरौदा दूसरा रैंक, महासमुंद तीसरा रैक, धमतरी चौथा रैंक, बीरगांव पांचवा रैंक एवं भाटापारा छठवा रैंक प्राप्त किया. भारत सरकार द्वारा इस श्रेणी के शहरों की जोनल रैंकिंग घोषित की गई है, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य का परचम लहरा रहा है.
- क्वॉर्टर-2 (जुलाई 2019 से सितम्बर 2019) 50 हजार से एक लाख की जनसंख्या में भिलाई- चरौदा पहला रैंक, चिरमिरी दूसरा रैंक, बीरगांव तीसरा रैंक महासमुंद चौथा रैक, धमतरी पांचवा रैंक एवं भाटापारा छठवा रैंक प्राप्त किया.
- क्वॉर्टर-1 (अप्रैल 2019 से जून 2019) 25 हजार से 50 हजार की जनसंख्या में कवर्धा पहला रैंक, तिल्दा नेवरा दूसरा रैंक, जामुल तीसरा रैंक, कोण्डागांव चौथा रैंक एवं डोगरगढ़ पांचवा रैंक, कांकेर छठवा रैंक, कुम्हारी सातवा रैंक, बैकुण्टपुर आठवा रैक, बलौदाबाजार नव्वा रैंक, बेमेतरा दसवा रैंक प्राप्त किया. इस श्रेणी में कुल 18 शहरों को सम्मिलित हुए. गौरतलब है कि इस श्रेणी के छत्तीसगढ़ के समस्त शहर टॉप 20 में स्थान अर्जित किए.
- क्वॉर्टर-2 (जुलाई 2019 से सितम्बर 2019) 25 हजार से 50 हजार की जनसंख्या में जशपुरनगर पहला रैंक, कांकेर दूसरा कांकेर छठवां रैंक, कवर्धा तीसरा कांकेर छठवां रैंक, कोण्डागांव चौथा कांकेर छठवां रैंक, डोंगरगढ़ पांचवां रैंक के साथ क्वॉर्टर-1 की तरह ही राज्य के इस श्रेणी के सभी शहर टॉप 20 में स्थान अर्जित किए है.
- क्वॉर्टर-1 ( अप्रैल 2019 से जून 2019) 25 हजार से कम जनसंख्या वाले शहर लैलूंगा पहला रैंक, सीतापुर दूसरा रैंक, बगीचा तीसरा रैंक, खरसिया चौथ रैंक, कुनकुरी पांचवा रैंक अर्जित किया. इस श्रेणी के शहरों में भारत देश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राज्य के समस्त शहर टॉप 135 रैंक में अपना स्थान बनाया. इसी प्रकार क्वॉर्टर-2 (जुलाई 2019 से सितम्बर 2019) में गुण्डरदेही पहला रैक, धरमजयगढ़ दूसरा रैंक, छुरीकला तीसरा रैंक, शिवपुर चरचा चौथा रैंक, कोंटा पांचवा रैंक अर्जित किया एवं समस्त शहर टॉप 140वीं रैंक में अपना स्थान बनाए.
गौरतलब है कि, मिशन क्लीन सिटी योजना में एसएलआरएम सेंटर का उन्नयन जनघोषणा पत्र का एक महत्वपूर्ण बिन्दु है तथा राज्य सरकार द्वारा साफ सफाई से संबंधित परियोजनाओं का एसएचजी के माध्यम से क्रियान्वित किया जाना प्राथमिकता के विषय में रखी है. इस परियोजना के क्रियान्वयन से लगभग 9000 गरीब महिलाओं को स्वरोजगार प्राप्त हुआ है एवं कुछ माह पूर्व ही मान मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के मानदेय में हजार रूपये की वृध्दि करते हुए प्रतिमाह का मानदेय 6000 किया गया है. इस सफलता पर विभागीय सचिव अलरमेलमंगई डी द्वारा परियोजना के क्रियान्वयन में भागीदार समस्त सफाई कर्मियों, नगरीय निकायों के अधिकारियों-कर्मचारियों को हार्दिक बधाई दी है. साथ ही फीडबैक प्रदान करने के लिए राज्य की जनता को धन्यवाद दिया है.