रायपुर। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रारंभ किए गए किसान जागृति पखवाड़ा के तहत आज से छत्तीसगढ़ में खेती बचाओ यात्रा प्रारंभ की गई है. यात्रा की शुरुआत रायपुर से किसानों की एक जत्थे के नई दिल्ली कूच करने से हुई है, जबकि प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में इस यात्रा को धमतरी से प्रारंभ किया गया.
छत्तीसगढ़ में प्रदेश के 36 से अधिक संगठन छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले एकजुट होकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के 200 किसानों का पहला जत्था सिंघु बॉर्डर दिल्ली के लिए रवाना हो गया. इस जत्थे का नेतृत्व किसान महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही के नेतृत्व में रवाना हुए. प्रदेश के अलग-अलग जिलों के स्थानीय संगठन दिल्ली के किसान आंदोलन में सम्मिलित होंगे . जिनमें प्रमुख हैं बालोद जिला किसान संघ के महासचिव नवाब गिलानी, हसदा बेमेतरा जिला से मनिंदर सिंह, रायगढ़ जिला से सोनू पुरोहित, राजनांदगांव जिले से उत्तम कुमार, रायपुर जिला से गजेंद्र सिंह कोसले आदि अपने-अपने जिलों का प्रतिनिधित्व नेतृत्व कर रहे हैं.
किसान नेता तेजराम विद्रोही नवाब गिलानी गजेंद्र सिंह कोसले और अमरीक सिंह ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों के आंदोलन को भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं मंत्री लगातार बदनाम करने में लगे हुए हैं, जबकि यह आंदोलन शुद्ध से किसानों की असल आजादी का आंदोलन है.
खेती बचाओ यात्रा की शुरुआत प्रदेश के अन्य जिलों में करने के उद्देश्य से धमतरी में शत्रुघ्न सिंह साहू के नेतृत्व में की गई । इसके तहत प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों पर नुक्कड़ सभा करते हुए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसका समापन 22 जनवरी को राजभवन के घेराव से होगा.