मनोज मिश्रेकर, राजनांदगांव। ऊपर जिस तस्वीर को आप देख रहे हैं यह राजनांदगांव शहर में मुख्य मार्ग की. यहाँ सड़क बिखरा पड़ा गोबर गौपालकों ने यूँ ही रखा है, बल्कि उन्होंने इसे यहाँ-वहाँ फेंक दिया है. फेंका ही नहीं बल्कि गोबर को फेंक कर रास्ता भी बंद कर दिया.
आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन्होंने ऐसा क्यों किया ? जबकि छत्तीसगढ़ में तो गोबर को इकट्ठा कर बेंच रहे, पैसे कमा रहे हैं. प्रदेश में गोबर तो मूल्यवान है ! फिर भला राजनांदगांव में गौपालकों के लिए यह मूल्यवान क्यों नहीं रहा ? वे इस तरह गोबर को सड़क पर क्यों फेंक रहे हैं ?
इस सवाल का जवाब तब मिला जब मौके पर सिटी पुलिस पहुँची. पुलिस को जैसे ही सूचना मिली की इंदिरा नगर सड़क में गौपालकों ने गोबर फेंक दिया और जाम लगा दिया, तो पुलिस भी सूचना मिलते ही हैरान रह गई. पुलिस जब मौके पर पहुँची तो वे भौंचक रह गई.
पुलिस के पहुँचने पर गौपालक थोड़े नरम तो पड़े, लेकिन आक्रोश जताने में पीछे नहीं हटे. दरअसल गौपालक बीते कुछ दिनों से बेहद नाराज चल रहे हैं. वे इस बात को लेकर गुस्से में हैं कि निगम प्रशासन की ओर से गोबर खरीदी नहीं की जा रही है. उन्हें प्रशासन की ओर से इस संबंध में सही जानकारी भी नहीं दी जा रही है. जब सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने विरोध जताने यह तरीका अपनाया.
मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस ने संयम से काम लिया. सीएसपी मणिशंकर चंद्रा का कहना है कि गौपालकों की नारजागी की सूचना पुलिस मौके पर पहुँची थी. पुलिस की समझाइश के बाद वे लोग शांत हो गए. उन्होंने अपना चक्काजाम समाप्त कर लिया. उनकी जो मांग है उससे प्रशासन को अवगत करा दिया गया है.