रायपुर। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को दूरस्थ क्षेत्रों में भी घर-घर तक पहुंचाने में मितानिनों की अहम भूमिका रही है. देश भर में मितानिन कार्यक्रम सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ में शुरू किया गया था और इस समय देश में सर्वाधिक मितानिन (आशा) छत्तीसगढ़ में ही है. विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत मितानिनों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है, लेकिन रिपोर्टिंग सत्यापन इत्यादि की प्रक्रिया अत्यंत जटिल होने के कारण इसमें बहुत समय लगता था. जिससे प्रोत्साहन राशि के भुगतान में विलंब होता था.

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एवं स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले के मार्गदर्शन में इस समस्या को हल करने निकालने के लिए NIC के सहयोग से राज्य स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा एक विशेष सॉफ्टवेयर Mitanin Incentive Online Payment System तैयार किया गया है. सबसे पहले इस सॉफ्टवेयर का पायलट रायपुर के अभनपुर विकासखंड में प्रारंभ किया गया, जहाँ पूर्ण सफलता मिलने के बाद इस सॉफ्टवेयर का विस्तारीकरण बाकी जिलों में किया गया.

प्रदेश की 68 हजार 940 मितानिनों को सॉफ्टवेयर में पंजीकृत कर उनका समस्त विवरण इन्द्राज किया गया, जो इसके बाद सभी ज़िलों द्वारा सत्यापित भी किया गया. यह समस्त प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अक्टूबर माह में सितंबर माह की मितानिन प्रोत्साहन राशि का ज़िलेवार भुगतान इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से सभी मितनिनों के खाते में हस्तांतरित किया गया.

इस माह अक्टूबर माह के भुगतान की सम्पूर्ण प्रक्रिया पूर्ण कर सभी मितानिनों की प्रोत्साहन राशि उनके खातों में 9 नवंबर को ही हस्तांतरित कर दी गई है. ऐसा छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है. इसी प्रकार इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भविष्य में भी मितानिनों से संबंधित सभी भुगतान समय पर किये जायेंगे.

मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मितानिनों की समस्या को समझते हुए यह नवाचार किया गया है. अगले माह से इस भुगतान की जानकारी SMS के माध्यम से सभी मितानिनों को प्रदाय दिए जाने की भी योजना है. राज्य में मितानिन कार्यक्रम के संचालनकर्ता राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र के कार्यकारी संचालक समीर गर्ग के अनुसार मितानिन कार्यक्रम के इतिहास में यह एक अभूतपूर्व सफलता है. समय पर भुगतान मिलने से प्रदेश की मितानिनों का उत्साह बढ़ा है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ का यह प्रयास मितानिन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने में मील का पत्थर साबित होगा.