रायपुर। राज्य सरकार की ओर लगाए आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है. उन्होंने रविन्द्र चौबे और मो. अकबर पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के दो वरिष्ठ मंत्रियों को मेरी वजह काम मिल गया है. उन्होंने कहा कि 18 माह से जो सरकार में हैं वे हमारे कार्यकल में किये गए अनियमितता पर सवाल कर रहे हैं. उनको इतनी चिंता थी तो अनियमितताओं की जांच करके प्रतिवेदन प्रस्तुत करते. बीजेपी के 15 साल और कांग्रेस के 50 साल की उपलब्धियां लंबी है.
डॉ. रमन ने अपनी उपलब्धियाँ गिनाते हुए कहा कि 2000 से 2003 तक विधायकों के खरीद फरोख्त की सरकार थी. सड़क, बिजली अर्थव्यवस्था नहीं थी. जब 2003 में भाजपा की सरकार बनी तो 5000 करोड़ के बजट को हमने 1 लाख तक बजट तक पहुँचाया. हमारी सरकार में 1 लाख से अधिक शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति हुई. 60 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती हुई. लोक सेवा आयोग से हजारों पद भरे गए. बस्तर, सरगुजा में जिला कैडर बनाकर 8 हजार पदों पर भर्ती हुई. धान खरीदी की समुचित व्यवस्था की गई. 13480 करोड़ का बोनस दिया गया. 14 प्रतिशत ब्याज दर में लोन लेने वाले किसानों को 1 प्रतिशत ब्याज पर लोन मिला. 75 हजार से बढ़ाकर 5 लाख पम्प कनेक्शन, 51 हजार कनेक्शन सौर सुजला में दिया गया. खाद्यान्न पोषण सुरक्षा कानून बनाकर 60 लाख लोगों को अधिकार दिया गया. 16 जिलों को बढ़ाकर 27 जिला किया गया. 9 नए जिले बनाए गए. 1800 km पीएम सड़क थी, उसे 25 हजार km किया गया. मेडिकल कॉलेज से दो बढ़कर 10 हो गया. गाँव-गाँव बिजली पहुँची. 15 साल में पारदर्शिता के साथ काम किया.
वहीं इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार पर कई आरोप भी लगाए. डॉ. रमन ने कहा कि 750 करोड़ बोनस की राशि तेंदूपत्ता संग्राहकों को नहीं मिला है. रेलवे लाईन का काम रोक दिया गया. शराबबंदी अब तक नहीं हुआ. दोबारा बेरियर क्यों शुरू किया गया. यह सरकार पुराने दिनों की ओर लेकर जा रही है. जन घोषणा पत्र को लेकर घूमते रहेंगे 5 साल तक कुछ नहीं होगा. जब पूरे देश मे एक कर की व्यवस्था है, इसलिए बेरियर की जरूरत नहीं है.
eow में शिकायत पर बोले
वहीं डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस की ओर से ईओडब्ल्यू में की गई शिकायत पर कहा कि संपत्ति का ब्यौरा सभी के सामने है. शिकायत में कोई दम नहीं है. सबकुछ पब्लिक डोमेन में है.