पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों से साढ़े 6 लाख रुपए से अधिक की ठगी करने वाले 2 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. जब मामले का खुलासा हुआ, तब पता चला कि ये आरोपी 3 जिलों के 30 बेरोजगारों को अपना शिकार बना चुके हैं. इनके खिलाफ पहले से ही नकली नोट बनाने और चोरी के मामले दर्ज है. पूरा मामला छुरा थाना इलाके का है.

पुलिस और फॉरेस्ट विभाग में नौकरी दिलाने दिया झांसा

गरियाबंद जिले के छुरा पुलिस के गिरफ्त में आए दो शातिर ठग दिखने में बड़े ही साधारण दिख रहे हैं. लेकिन इनके कारनामे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. इन आरोपियों ने मंत्रालय में अपने आप को लिपिक होना बताया. अफसरों से ऊंची सेटिंग होने का हवाला देकर ठगों ने छुरा इलाके के 4 युवकों को पुलिस और फॉरेस्ट में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इनकी बातों में आकर बेरोजगारों ने 6 लाख 60 हजार रुपए भी दे दिया, लेकिन इनकी नौकरी नहीं लगी.

इन जिलों में 30 बेरोजगारों से की ठगी

पीड़ित युवकों ने मामले की शिकायत छुरा थाने में की. जिसके बाद पुलिस ने महासमुंद निवासी सबास खान (45 वर्ष) और गरियाबंद मनोज साहू (30 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासा किए हैं. आरोपियों ने गरियाबंद के अलावा धमतरी और महासमुंद जिले में करीब 30 बेरोजगारों से इसी तरह ठगी की है.

पहले भी जा चुके हैं जेल

महासमुंद से पकड़ा गया आरोपी सबास खान इसके पहले भी अपने जिले में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुका है. जांजगीर जिले में जाली नोट के कारोबार का भी आरोपी रहा है. पूछताछ ने मिले सुराग के आधार पर पुलिस संबंधित जिले से सम्पर्क कर और भी मामलों की तफ्तीश शुरू कर दी है.

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