पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में इस समय वन विभाग की टीम एक्शन मोड़ में है. वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों बीते 20 दिनों में देवभोग रेंज में 5 बड़ी कार्रवाई कर चुकी है. आज अवैध लकड़ी भंडारण की सूचना पर छापेमारी कार्रवाई करते हुए अवैध लकड़ी, जंगली जानवरों के शिकार करने के लिए रखे गए हथियार और फंदा बरामद किया है.

दरअसल सीमावर्ती इलाके में तस्करों की सक्रियता की भनक लगते ही डीएफओ मयंक अग्रवाल ने देवभोग रेंज को अलर्ट मोड पर रखा हुआ है. लिहाजा अवैध वन तस्करों के खिलाफ देवभोग रेंजर ने अभियान छेड़ा हुआ है. साहसखोल बिट के दाबरीभांटा निवासी लुद्रो सिंह के घर में अवैध लकड़ी चिरान होने की सूचना मिली थी.

जिसके बाद रेंजर नागराज मंडावी ने वन अमला के साथ छापेमारी करते हुए घर से 10 हजार कीमत के 8 नग सागौन स्लीपर, छिपा कर रखे दो भरमार बंदूक, दो नग आरा और जंगली जानवरों के लिए तैयार किए गए तार के कई फंदे भी जब्त किया. रेंजर नागराज मंडावी ने बताया कि जब्त सभी सामानों से लगातार वन्य प्राणियों का शिकार करने की संभावना है. लकड़ी, आरी और जाली को वन अधिनियम के तहत जब्त कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. भरमार की सूचना पुलिस को दिया जा रहा है.

ये है पहले की 4 बड़ी कार्रवाई

बता दें कि बीते 20 दिनों में वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ 4 बड़ी कार्रवाई की है. गिरशूल निवासी अश्विन ठाकुर के घर से 1 लाख 9 हजार कीमती इमारती, टेमरा में बलिहार सिंह के घर से 1 लाख 65 हजार कीमती 65 नग सागौन चिरान, सरगीगुडा निवासी हलधर के घर में छापेमारी कर 76 हजार के 34 नग सागौन और गंगराज पुर में गंगाधर सोनी के घर से 1 लाख 75 हजार रुपए कीमती इमारत लकड़ी को जब्त कर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.