‘लव सेक्स और धोखा’ की कहानी आपने कई मर्तबा सुनी होगी. इस पर 2010 में फिल्म भी बन चुकी है. ऐसी ही एक खबर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से निकलकर सामने आई है. जहां पहले लव, सेक्स और धोखे तक बात पहुंच गई. इसका नतीजा बहुत भयावह निकला. प्रेमी ने अपने होने वाली कथित नाबालिग मंगेतर की गला दबाकर हत्या कर दी. मर्डर की वजह भी बहुत हैरान करने वाली है. जिस प्रेमिका के बालिग होने का बेसब्री से प्रेमी इंतजार कर रहा था, आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसने अपने प्यार का ही गला घोंट दिया.
अखिलेश जायसवाल/पुरुषोत्तम पात्र,रायपुर/गरियाबंद। देवभोग थाना इलाके के कैठपदर का रहने वाला चंद्रध्वज नागेश (23 वर्ष) पेशे से फार्मासिस्ट और कम्यूटर का छात्र है. साल भर पहले गांव के ही नाबालिग किशोरी से परिजनों का इलाज करने के दौरान उसकी मुलाकात हुई थी. यह मुलाकात कब प्यार में बदल गया, उन्हें पता ही नहीं चला. दोनों एक दूसरे से बेइंतेहा मोहब्बत करने लगे. साथ में जीने मरने की कसमे खाने लगे. इन दोनों के रिश्ते की खबर परिजनों को लगी, तो बात शादी तक पहुंच गई. शादी के लिए दोनों राजी भी थे. लेकिन समस्या ये थी, कि प्रेमिका 17 वर्ष की थी. इसलिए बालिग होने का इंतजार था.
शादी के लिए रिश्ता पक्का हो गया. लिहाजा दोनों एक की गांव में और आस पड़ोस में ही रहते थे. इसलिए परिजनों ने दोनों की मौखिक रूप से मंगनी करवा दिया था. जिससे बाद में शादी की जा सके. लेकिन शादी 18 वर्ष पूरा होने के बाद ही करना था. लव मैरिज के लिए दोनों के परिजन भी खुश थे. उनको किसी बात का शिकवा गिला नहीं था. एक कहावत है कि ‘जब मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी’. ये कहावत यहां पर चारितार्थ होते दिखी.
जब दोनों का प्यार परवान चढ़ा, तो शादी से पहले ही दोनों आपस में शारीरिक संबंध बनाने लगे. इनके इस अवैध संबंध की जानकारी परिजनों को भी लग गई थी. पर उनको इस रिश्ते से कोई ऐतराज नहीं था. जिस कारण उनको और छूट मिल गई. मेल-मिलाप का यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा. इसी बीच किशोरी गर्भवती हो गई. यही से विवाद शुरु हुआ. प्रेमी को शक था कि बच्चा उसका नहीं है. उसके पेट में ये बात पच नहीं रहा था. उसे लग रहा था कि वो उसे धोखा दे रही है. यही वजह है कि उसने प्रेमिका को गर्भपात कराने को कहा. गर्भपात को लेकर दोनों के बीच काफी विवाद भी हुआ. क्योंकि प्रेमी अपनी प्रेमिका के अवैध संबंध को लेकर अक्सर झगड़ा करता था.
यह विवाद इतना बढ़ गया कि 28 दिसंबर की रात करीब 8 बजे चंद्रध्वज अपनी प्रेमिका के कमरे में पहुंच गया. उसके घर पर आने की खबर परिजनों को भी लग गई थी. लेकिन वो दोनों के विवाद से अनजान थे. इसलिए उन्होंने उससे कुछ नहीं कहा. रात में भी गर्भपात को लेकर फिर विवाद हुआ. काफी समझाइस के बाद उसने कथित मंगेतर को गर्भपात की दवा भी खिला दी. उसके बाद भी उसी समय दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना. पूरी रात वो उसी के साथ उसी के घर पर ही मौजूद था. लेकिन चंद्रध्वज से मन में एक बात खटक रहा था, कि उसके रहते हुए भी उसकी मंगेतर का किसी और से अवैध संबंध है.
अवैध संबंध की यह बात उसके जहन में उबाल मार रहा था. गर्भपात की दवा खिलाने के बाद भी दोनों के बीच विवाद हुआ. विवाद काफी गहरा गया, तो प्रेमी चंद्रध्वज ने दुप्पट्टे से अपनी मंगेतर की गला घोंट कर हत्या कर दी. हत्या के दौरान झूमाझटकी भी हुई और मृतिका के गले में आरोपी के नाखून का निशान भी मिला. मर्डर करने के बाद वो रूम से निकलकर सुबह अपने घर चला गया. भागते हुए उसे कई लोगों ने देखा भी था. लेकिन वो हत्या होने की खबर से अनजान थे.
29 दिसंबर की सुबह जब परिजन उठे और अपनी बेटी को बिस्तर पर मृत देखा, तो हैरान हो गए. परिजनों ने देखा कि उसका प्रेमी घर से गायब है. तब उनको आशंका हुआ कि उसने से ही हत्या की होगी. घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई. मामले की जांच के दौरान प्रेमी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन उसने प्रेमिका से मिलने के बाद रात में ही चले जाने की बात कही. हत्या से इंकार कर पुलिस को गुमराह करता रहा. पुलिस को उसका बयान सटीक नहीं लगा. पुलिस, परिजन और लोगों की शक की सुई प्रेमी की ओर थी.
लिहाजा चंद्रध्वज को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया. जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया. उनसे पुलिस को बताया कि उसकी कथित मंतेगर गर्भवती थी, लेकिन बच्चा उसका नहीं था. उसने अवैध संबंध की भी शंका जाहिर की. आगे बताया कि अवैध संबंध और गर्भपात कराने को लेकर दोनों का विवाद भी हुआ. जिसके बाद उसने दुप्पट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी.
इस तरह पुलिस ने किशोरी की हत्या का खुलासा 24 घंटे के भीतर ही कर दिया. हत्यारा उसका प्रेमी ही निकला, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मृतिका का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ धारा और जोड़ा जा सकता है. ‘लव सेक्स और धोखे’ के बाद ‘हत्या’ पर जाकर इस कहानी का अंत होता है.