नई दिल्ली। जल संरक्षण-संवर्धन और सिंचाई क्षमता को बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय काम करने के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाज़ा गया है. छत्तीसगढ़ के जलसंसाधन विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने केन्द्रीय जलसंसाधन राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघावत के हाथों ’’वॉटर डाईजेस्ट अवॉर्ड” ग्रहण किया.

कल नई दिल्ली में विश्व जल दिवस पर आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के जलसंसाधन विभाग को ’’वॉटर डाईजेस्ट अवॉर्ड’’ से नवाजा गया है. इस अवसर पर सचिव जल संसाधन भारत सरकार यूपी सिंह, मसूद हुसैन चेयरमैन सेंट्रल वॉटर कमीशन एडिशनल सेक्रेटेरी और महानिदेशक क्लीन गंगा मिशन राजीव रंजन मिश्रा, अतिरिक्त सचिव कुंडू, यूनेस्को के अधिकारी और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे.

ये अवार्ड हर वर्ष जलसंसाधन पर केन्द्रित प्रतिष्ठित पत्रिका ’’वॉटर डाइजेस्ट’’ द्वारा दिया जाता है. इस वर्ष यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ में सिंचाई क्षमता बढ़ाने, सामुदायिक भागीदारी से जलप्रवर्धन, रूपांकित और वास्तविक सिंचाई में कमी करना, जल संरक्षण-संवर्धन, नदियों के इंटरलिंकिग की दिशा में कार्य व सिंचाई सुविधाओं में अभिनवकारी तकनीको के प्रयोग की दिशा में किये उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया है। यह पुरस्कार केन्द्रीय जलसंसाधन नदी विकास और गंगा सफाई मंत्रालय, यूनेस्को, केन्द्रीय जल बोर्ड, केन्द्रीय जल आयोग और गंगा सफाई के राष्ट्रीय मिशन के सहयोग ’’वॉटर डाईजेस्ट’’ द्वारा दिया गया है.

उल्लेखनीय हैं कि यह पुरस्कार जल संसाधन में उत्कृष्ट सेवा के लिए विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है. वॉटर डाईजेस्ट अवॉर्ड को यूनेस्को की मान्यता मिली हुई है. राज्य निर्माण के बाद विगत लगभग 17 वर्ष में यह पहला अवसर हैं जब छत्तीसगढ़ सरकार के जलसंसाधन विभाग को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है. इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह, जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने जलसंसाधन विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा व उनकी पूरी टीम को बधाई दी है। यह अवार्ड छत्तीसगढ़ के जल संसाधन विभाग को बेस्ट कम्यूनिटी प्रोजेक्ट आॅफ द ईयर इन वाटर सेक्टर के गवर्नमेंट सेक्टर में यह पुरस्कार मिला है.