रायपुर. छत्तीसगढ़ के दिवंगत भाजपा नेता दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह, प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने 200 से ज्यादा परिवारों की हिंदू धर्म में घर वापसी कराई है.
महासमुंद के कटांगपाली गांव के सोंगपुर आश्रम में मंगलवार को आयोजित ‘घर वापसी’ कार्यक्रम में हिंदू रीति-रिवाज के हिसाब से सभी के गंगाजल से पांव धोकर वापसी कराई गई.
कार्यक्रम आर्य समाज और हिंदू समाज द्वारा आयोजित किया गया था. अखिल भारतीय घरवापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने इस दौरान कहा कि

‘भारत की अखंडता के लिए हिन्दुओं का धर्मांतरण करने में लिप्त षड्यंत्रकारी शक्तियों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा और निरन्तर घरवापसी कार्यक्रम चलते रहेंगे’.

लल्लूराम डॉट कॉम से बाचतीत में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि वे हिंदू संस्कृति को बचाने के लिए गांवों में धर्म रक्षा समिति का भी गठन करना शुरू कर दिया है. इसके अलावा एक गांव, एक मंदिर कार्यक्रम के तहत उन गांवों में मंदिर निर्माण कराया जा रहा है, जहां एक भी मंदिर नहीं है.
घर वापसी कार्यक्रम के दौरान स्वामी देव नंद, आचार्य अंशुदेव आर्य, राजेन्द्र, पंडित ऋषिराज आर्य, पंडित पंकज भारद्वाज, रामचन्द्र अग्रवाल समेत अन्य मौजूद थे.

पिता दिलीप सिंह जूदेव ने शुरू की थी घर वापसी की पहल

प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जशपुर राजपरिवार से जुड़े दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र है.  इनके पिता दिलीप सिंह जूदेव अटल विहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री थे. घर वापसी की ये पहले इनके पिता ने शुरू की थी और वे आदिवासीओ के चरण पखारकर उन आदिवासियों की हिन्दू धर्म में वापसी करवाते थे जो ईसाई मिशनरियों के झांसे में आकर धर्म परिवर्तन कर लेते थे. अगस्त 2013 में अपने पिता के निधन के बाद से प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने चरण पखारकर आदिवासियों की हिन्दू धर्म में वापसी के इस सिलसिले को आगे बढ़ाया है और उनका कहना है कि वे इसे निरंतर जारी रखेंगे.