रायपुर- राज्य सरकार ने दावा किया है कि साल 2018 की तुलना में साल 2019 में नक्सल घटनाओं में 40 फीसदी की कमी आई है. सरकार की दलील है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जन कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के साथ-साथ पुलिस एवं जिला प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय और प्रशासनिक कसावट की वजह से यह कमी आई. पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक नक्सल घटनाओं में कमी के साथ ही सुरक्षाबलों की शहादत में 62 प्रतिशत और आम नागरिकों की हत्याओं में 48 प्रतिशत की कमी आयी है.
अधिकारियों के मुताबिक बीते एक साल में 48 नक्सली लीडर मारे गए, इन नक्सली नेताओं के ऊपर एक करोड़ 92 लाख रूपए का ईनाम रखा गया था. इस दौरान 131 नक्सली लीडर गिरफ्तार किए गए, जिन पर दो करोड़ 88 लाख रूपए का ईनाम था. इसी तरह 126 नक्सली लीडर आत्मसमर्पित किए. इन नेताओं पर दो करोड़ 85 लाख रूपए का ईनाम था. अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक साल में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल 161 हथियार बरामद किए गए, इनमें एके-47, जी-3 रायफल, इंसास रायफल, एसएलआर रायफल, 303 रायफल, 9 एमएम कार्बाइन एवं पिस्टल शामिल हैं.
बीते दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बयान में कहा था कि हमारी कोशिश है कि विकास, विश्वास और सुरक्षा के मूलमंत्र पर हम काम कर रहे हैं. नक्सलियों का विश्वास प्रजातंत्र में नहीं है. जरूरत है कि उन इलाकों के शोषित वर्ग का विश्वास जीता जाए. इस दिशा में न केवल सरकार बल्कि मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बल काम कर रहे हैं.