रायपुर- लंदन और फ्रांस में हुए बेस्ट मेडिकल रिसर्च के जरिए छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवा को दुरूस्त किए जाने की कवायद की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर हेल्थ सेक्टर में हुए रिसर्च के अध्ययन के लिए 28 मई को लंदन औऱ पेरिस की यात्रा पर जा रहे हैं, जिस वक्त मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह निवेश जुटाने कोरिया औऱ जापान के दौरे के लिए उडा़न भरेंगे, ठीक उस वक्त अजय चंद्राकर लंदन औऱ पेरिस की यात्रा पर जाएंगे। उनके साथ स्वास्थ्य सचिव सुब्रत साहू और संचालक आर. प्रसन्ना भी दौरे पर जा रहे हैं।
स्वास्थ्य संचालक आर प्रसन्ना ने लल्लूराम.काम को बताया कि लंदन और पेरिस के दौरे का मकसद मेडिकल फील्ड की बेस्ट प्रेक्टिसेस औऱ रिसर्च का अध्ययन करना है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिहाज से लंदन स्कूल आफ हाइजिन एंड ट्रापिकल मेडिसिन से टाईअप किया जाएगा। मेडिकल फील्ड में बेहतर रिसर्च के लिए इस संस्थान को दुनिया भर में पहचाना जाता है। अफ्रीका में इस संस्थान ने कई सक्सेसफुल रिसर्च किए हैं, लिहाजा कोशिश की जाएगी कि ऐसे रिसर्च औऱ एक्सपर्टिंज का इस्तेमाल प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने को लेकर किया जाए।
आर.प्रसन्ना ने बताया कि लंदन स्कूल आफ हाइजिन एवं ट्रापिकल मेडिसिन के साथ होने वाले एमओयू के तहत प्रदेश के मेडिकल कालेज के स्टूडेंट्स, डाक्टर्स का भी ओरिएंटेशन प्रोग्राम आय़ोजित किया जाएगा। बस्तर जैसे सुदूर इलाकों में काम कर रहे डाक्टर्स के लिए भी ये प्रोग्राम काफी अहम साबित होगा। कोशिश ये भी की जाएगी कि छत्तीसगढ़ औऱ लंदन स्कूल आफ हाइजिन एंड ट्रापिकल मेडिसिन  मिलकर ज्वाइंट रिसर्च कर सके।
लेप्रोसी और टोबेको कंट्रोल में मदद करेगा फ्रांस
स्वास्थ्य संचालक आर.प्रसन्ना के मुताबिक फ्रांस में लेप्रोसी और टोबेको कंट्रोल करने में बेहतर काम करने वाले एक बड़े मेडिकल संस्थान के साथ एमओयू किया जाएगा। प्रदेश में सरकार टोबेको कंट्रोल की दिशा में पहले से ही काम कर रही है। ऐसे में फ्रांस में हुए रिसर्च को यहां लागू कर इस दिशा में ज्यादा बेहतर नतीजे लाने की कोशिश की जाएगी। लेप्रोसी के मामले में भी छत्तीसगढ़ काफी आगे है, लिहाजा लेप्रोसी को कम करने में फ्रांस की मदद ली जाएगी।
लंदन का नेशनल हेल्थ सिस्टम को अध्ययन
बताया जा रहा है कि लंदन में एमओयू के अलावा वहां की नेशनल हेल्थ सिस्टम का अलग से अध्ययन किया जाएगा। जानकार बताते हैं कि लंदन का नेशनल हेल्थ सिस्टम पूरी दुनिया में बेहतर माना जाता है। लिहाजा स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर की अगुवाई में जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की खास रूचि नेशनल हेल्थ पालिसी को समझने की भी होगी।