रायपुर। छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता संघ कल धरना प्रदर्शन करने जा रहा है. पदाधिकारियों के साथ अतिथि व्याख्याता मुंडन कराएंगे.  जानकारी के मुताबिक 264 से अधिक शासकीय महाविद्यालयों के अतिथि व्याख्याता विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. अविलंब नियुक्ति के लिए 11 महीने की पूर्ण कालिक अवधि के साथ एकमुश्त मासिक वेतनमान की मांग कर रहे हैं. स्थानांतरण से सुरक्षा 65 वर्ष तक की स्थाई नौकरी‌ की मांग कर रहे हैं.

पांच संभाग के अतिथि व्याख्याताओं ने शासन पर सौतेला व्यवहार महसूस कर रहा है. पिछले 8 साल से अतिथि व्याख्याताओं के वेतनमान में कोई वृद्धि नहीं हुई है. अतिथि व्याख्याता संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले बूढ़ा तालाब रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन, मुंडन, रैली आयोजित की जाएगी.

संघ के अध्यक्ष भानू प्रताप अहिरे एवं सचिव शरद कुमार तिवारी ने बताया कि दिहाड़ी 800/- की सीलिंग का वेतनमान 2011-12 से दिया जा रहा है. यूजीसी से आने वाली पूरी राशि से 20,800/- भी हमें प्रतिमाह नहीं मिल पाता है. दैनिक वेतनभोगी से मासिक वेतनमान की प्राथमिक मांग आज भी अधूरी है. वहीं नियमित प्राध्यापकों के विरुद्ध हमें दिया जाने वाली अध्यापन अवधि “एक तिहाई होती है”, जिसके बावजूद नियमितों के विरुद्ध परीक्षा परिणाम हमारे विषय में अच्छे आते हैं. इसलिए 11 माह की पूर्णकालिक अवधि की जायज मांग भी अनसुनी रखी जा रही है.

शरद तिवारी के अनुसार स्थानांतरण सूची जारी होने की खबर सूत्रों से प्राप्त हुई है. नवीन नियुक्ति की पदस्थापना से भी अतिथि व्याख्याता बेरोजगार हो जाऐंगे. ऐसे में हमें स्थानांतरण से सुरक्षा दी जानी चाहिए.

हेम सागर चौधरी ने बताया कि जन घोषणा पत्र में उल्लेख था कि किसी भी दैनिक वेतनभोगी को नहीं निकाला जाएगा. नियमितीकरण की बातें भी की गई है, लेकिन हम अतिथि व्याख्याताओं की श्रेणी अज्ञात है, संविदा/ अनियमित/ दैनिक वेतनभोगी को मिलने वाला लाभ भी नहीं दिया जा रहा है.

अन्य राज्य जैसे मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, केरल में अतिथि व्याख्याताओं को यूजीसी मापदंड अनुसार प्लेन (केवल स्नातकोत्तर) को 1000₹, एम.फिल+पीएचडी धारक को 1200₹ नेट+सेट+पीएचडी धारक को 1500₹ भुगतान हो रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य में अतिथि व्याख्याताओं को प्रतिदिवस 800 के आधार पर सितम्बर से फरवरी माह तक सेवा में रखा जाता है. शासकीय अवकाशों के वेतन से वंचित रखते हैं.

बता दें कि सरकार गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री से जन चौपाल में दो बार, एवं अन्य सभी मंत्री, विधायकों से अतिथि व्याख्याता मांग करते रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार नजर अंदाज कर रही है. कल 264 से अधिक शासकीय महाविद्यालयों के अतिथि व्याख्याता बूढ़ा तालाब रायपुर में धरना प्रदर्शन करेंगे.

ये हैं मांग

1. अविलंब नियुक्ति के लिए 11 माह की पूर्ण कालिक अवधि

2. एकमुश्त मासिक वेतनमान

3. स्थानांतरण से सुरक्षा 65 वर्ष तक की स्थाई नौकरी‌ को लेकर प्रदर्शन करेंगे

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