शशि डिकसेना, कटघोरा(कोरबा)। हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला खदानों में खनन से प्रभावित हाथियों का दल घने जंगलों से निकलकर बस्तियों और गाँवों तक पहुँच रहा है. इलाके में स्थित फुलसर गाँव के पास बीते कई दिनों से 43 हाथियों के दल ने डेरा डाल दिया है. इससे ये स्थिति बन गई है कि डर के मारे ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं, वहीं बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है.
दूसरी ओर वन विभाग अमला हाथियों को गाँवों से दूर खदेड़ने में लगा हुआ. वन विभाग की टीम ग्रामीणों को हाथियों से बचाने की कोशिश में जुटी है. कोशिश ये भी है कि हाथियों को भी किसी तरह का नुकसान न हो. विभाग के कर्मचारी हाथियों की सूचना भी गाँव-गाँव जाकर दे रहे हैं. ऑपरेशन गजराज के तहत विभाग के अधिकारी भी सक्रिय हैं.
हाथियों के दल की सूचना मिलने और अधिकारियों के मौके पर पहुँचने की जानकारी जब lalluram.com के टीम को मिली तो हम भी मौके पहुँचे. कोरबा जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर की दूरी पर बसे गाँव फुलसर पहुँचने के बाद हमने देखा कि वहाँ गाँववालें डरे हुए हैं और बेहद परेशान है. गाँव के लोग कई तरह के उपायों के साथ जान-माल की सुरक्षा में लगे हैं, वहीं अमला भी मुस्तैद है. सर्द रातों में हाथियों को भगाने की कोशिशें जारी है. गाँववालों ने बताया कि हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुँचाया, कुछ घरों के दीवारों को तोड़ दिया है. गाँव के लोग दहशत में हैं, बच्चें स्कूल जाने से डर रहे हैं. शिक्षक यहाँ पढ़ाना नहीं चाह रहे हैं. वहीं वन अमला गाँववालों को समझाने, डर भगाने और सतर्क करने में जुटा है.
देखिए वीडियो और सुनिए क्या कह रहे हैं गाँववालें और अधिकारी