वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। जिले के पचपेड़ी स्थित 100 बिस्तर छात्रावास और स्कूल की समस्याओं से परेशान छात्राओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और करीब आधे घंटे तक चक्काजाम किया. छात्राओं ने हॉस्टल की अधीक्षिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें खराब और एक्सपायरी नाश्ता दिया जाता है. वहीं छात्राओं के प्रदर्शन की जानकारी जब तहसीलदार माया अंचल लहरे को मिली तो वह छात्राओं को समझाइश देने पहुंची. इस दौरान उन्होंने छात्राओं को जेल भेजने की धमकी दी.
तहसीलदार ने कहा, “अगर एक बार लिखकर दूंगी तो सभी जेल चली जाओगी.” वहीं मौजूद पुलिसकर्मी भी बच्चियों को धमकाता दिखा. तहसीलदार की इस धमकी का वीडियो अब सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है, जिससे मामला और गरमा गया है. वीडियो वायरल होने के बाद तहसीलदार माया अंचल लहरे के इस बयान की जमकर आलोचना हो रही है.
प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कहा कि हमें छात्रावास में एक्सपायरी नास्ता दिया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने 19 बिन्दों में अपनी मांग रखी है. हमारे पेरेंट्स गरीब हैं कहकर गालियां दी जाती हैं और मानसिक रूप से परेशान किया जाता है. उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
अधीक्षिका ने आरोपों को किया खारिज
छात्रावास की अधीक्षिका संगीता टंडन ने छात्राओं के लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा, “मैं 24 घंटे ड्यूटी पर रहती हूं और केवल रविवार को ही अपने परिवार से मिलने गई थी, लेकिन उसी दिन शाम तक वापस आ गई थी.” सब्जी कटवाने और चावल चुनवाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह काम उन्हें सिखाने के लिए करवाया जाता है.
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