पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबंद। जिले भर में वालेंटियर टीचर नियुक्ति के नाम 332 पंचायतों में 6 हजार से भी ज्यादा बेरोजगारों से रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर एनजीओ ने 90 लाख से ज्यादा जमा करवा लिया. अब नियुक्ति पत्र दिए बगैर संचालक सम्पर्क से बाहर हो गए, तो एसपी से पीड़ितों ने लिखित शिकायत किया है. अब पूरे मामले की जांच शुरु कर दी गई है.

स्वामी विवेकानंद एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट नाम के एक कथित एनजीओ अपने आप को भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होना बताया और कहा कि संस्था मानसिक रूप से कमजोर व सरकारी स्कूल के कमजोर पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए वार्डो में अतिरिक्त क्लास लगाकर निशुल्क शिक्षा दिया जाना है. कहा गया कि शुरूवात के दो माह में 3200 रुपए फिर 4500 रूपये तक का मानदेय वालेंटियर शिक्षक का होगा. संस्था को जॉइन करने महज 1550 रूपये संस्था के खाते में जमा कर सदस्यता लेने की पात्रता अनिवार्य किया गया. वहीं ब्लॉक व जिला स्तर के अफसरों को कुछ माह का तनख्वा भी दिया गया जिससे विश्वास बना रहे.

पिछले 4 माह में जिले के 5 विकासखंड के 332 पँचायत से 6 हजार बेरोजगारों से प्रति पंजीयन 1550 रूपये के दर पर 90 लाख रुपये से ज्यादा रकम खाते में जमा करवा लिया गया. महीने भर बाद भी जॉइनिंग लेटर नहीं पहुंचा तो, जिले में स्कीम लांच करने वाले भुनेश्वर ओड़िसा निवासी आंनद पात्रा, स्थानीय सहयोगी भोला राम ध्रूव व चैत राम साहू से पीड़ितों ने सम्पर्क किया. आनंद से सम्पर्क कटने के बाद ठगी के शिकार होने की आशंका पर बेलन्त राम, चंपक, खिलेश्वर, फरसराम समेत 15 से 20 पीड़ितों ने 9 फरवरी को एसपी एम आर आहिरे के नाम ज्ञापन सौप कर जांच की मांग किया है.

मामले में एएसपी सूखननंदन राठौर ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दिया गया है. आवेदकों को दस्तावेजों के साथ 13 फरवरी को बुलाया गया है. पूरी जानकारी ली जा रही है. जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.