छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के बीच एक डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. सिटी कोतवाली पुलिस खुदकुशी की वजहों की जांच में जुट गई है.

प्रदीप गुप्ता,कवर्धा। कोरोना वायरस से जंग में डॉक्टरों की सबसे अहम भूमिका है, लेकिन क्या वजह है कि लॉकडाउन में डॉक्टर को आत्महत्या करनी पड़ गई ? दरअसल कवर्धा जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ अरुण चौधरी ने अपने सरकारी क्वाटर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. उसने ऐसे समय में खौफनाक कदम उठाया है, जब उसकी पत्नी गर्भवती है. घटना के बाद पत्नी बेसुध हालत में पड़ी हुई है.

जानकारी के मुताबिक मृतक डॉक्टर अरुण चौधरी यूपी के अलीगढ़ के रहने वाले थे. कवर्धा में अपनी पत्नी के साथ रहकर जिला अस्पताल में नौकरी कर रहे थे. लिहाजा सिटी कोतवाली पुलिस विभागीय और पारिवारिक दोनों मामलों को लेकर भी जांच कर रही है.

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सीएमएचओ एसके तिवारी का कहना है कि डॉक्टर मंगलवार को दिन भर ड्यूटी करने के बाद शाम को घर पहुंचा और रात में फांसी लगा ली. सूचना के बाद शव को उतरवारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उसकी पत्नी साथ में रहती थी और वह गर्भवती है. आत्महत्या की वजह क्या है इसका पता लगाया जा रहा है.

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