मनोज यादव,कोरबा। कोरोना महामारी के चलते छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में रविवार को पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान दुकानों को खोलने की मनाही है. इसी का फायदा कुछ फर्जी पत्रकार उठा रहे हैं. नियम का उल्लंघन और पुलिस का भय दिखाकर कुछ दुकानदारों से पैसों की वसूली की गई. इस मामले में अब कोरबा जिले के उरगा पुलिस ने 4 फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार किया है.

पत्रकार बनकर गांव में कर रहे थे वसूली

जानकारी के मुताबिक उरगा थाना क्षेत्र के फरसवानी गांव में रविवार को चार लोग पहुंचे, जो अपने आप को पत्रकार बता रहे थे. गांव में कुछ दुकानें खुली हुई थी. इन लोगों ने फोन में दुकानों का वीडियो बना लिया. खबर प्रकाशित करने का भय दिखाकर पैसों की वसूली भी कर ली. फर्जी पत्रकारों ने गांव के कई लोगों से ऐसे ही हजारों रुपए की वसूली की.

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ग्रामीणों ने फर्जी पत्रकारों को किया पुलिस के हवाले

जब ग्रामीणों को फर्जी पत्रकार होने की जानकारी लगी, तब इन चारों लोगों को पकड़ लिया. उनके बीच काफी बहस हुई. ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. यहां तक मारपीट करने की नौबत आ गई. पूरा गांव इकठ्ठा हो गया. किसी तरह मामला शांत हुआ और ग्रामीणों ने चारों को पुलिस के हवाले कर दिया.

जांजगीर जिले के रहने वाले हैं आरोपी

उरगा थाना प्रभारी विजय चेलक ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत चार फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है. सभी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. आरोपियों के पास से करीब 7 हजार रुपए नकद, चार मोबाईल, 8 नग प्रेस कार्ड और 2 बाइक जब्त किया गया है. चारों आरोपी जांजगीर जिले के निवासी है. इनमें से दो के खिलाफ पहले भी अवैध उगाही करने के मामले थाने में दर्ज है.

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