रायपुर. छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा का रजत जयंती मनाया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी इस समारोह में शामिल होने छत्तीसगढ़ पहुंची हैं. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उनके छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर आभार प्रकट किया और विधानसभा सदस्यों को संबोधित किया. मुख्यमंत्री साय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए कटिबद्ध हैं.
समारोह की शुरुआत डॉ. रमन सिंह के संबोधन के साथ शुरू हुई. उन्होंने अपने संबोधन में सबसे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में शामिल होने पर स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आप जैसी भद्र विदूषी, सरल, सहज व्यक्तित्व की स्वामिनी के सानिध्य का अवसर हम सभी को उत्साह प्रदान करने वाला है. आपका व्यक्तिगत जीवन संघर्ष, आपकी विद्वता और धैर्यता हम सभी के लिए अनुकरणीय है. आपका जीवन हमें विपरीत परिस्थितियों में साहस बनाए रखने की प्रेरणा देता है. आपने देश के जनमानस में अपनी छाप छोड़ते हुए सिद्ध किया कि इच्छाशक्ति से व्यक्ति कोई भी असाधारण स्थान पर पहुंच सकता है. आपका कठिन संघर्ष, समर्पित परिश्रम निश्चित ही हम सभी के लिए अनुकरणीय है.
उन्होंने आगे कहा कि आपके सुदीर्घ संसदीय अनुभव, राजनीतिक ज्ञान, आपके जीवन के प्रेरणादायी प्रसंगों से लाभान्वित होने का हमें अवसर प्राप्त हुआ है, यह हमारी विधानसभा के लिए स्वर्णीम अवसर है. उन्होंने कहा कि छ्त्तीसगढ़ विधानसभा का यह तीसरा अवसर है, जब सभा के सदस्यों को संबोधित करने भारत के राष्ट्रपति का आगमन हुआ है. इसके पहले भारत रत्न, राष्ट्रपति स्व. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने द्वितीय विधानसभा के कार्यकाल में सभा को संबोधित किया था. वहीं तृतीय विधानसभा के कार्यकाल में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सभा को संबोधित किया था. अब यह तीसरी बार छ्त्तीसगढ़ विधानसभा में भारत के राष्ट्रपति मुर्मू का आगमन हुआ है. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए व्यक्तिगत उपलब्धि है कि राष्ट्रपति के छत्तीसगढ़ विधानसभा के आगमन के तीनों अवसर पर साक्षी रहा.
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में और सीएम साय के नेतृत्व में विकास के नए कीर्तिमानों को छूने की दिशा में हमारा छत्तीसगढ़ तेजी से आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संबोधन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विधानसभा के रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य और छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए यह एतिहासिक समय है. हमारे विधानसभा के रजत जयंती पर आपका आगमन है. मैं पूरे छत्तीसगढ़ की तरफ़ से आपका हृदय से स्वागत करता हूं.
मुख्यमंत्री साय ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य और विधानसभा का रजत जयंती माना रहे हैं. अटल जी ने राज्य का निर्माण किया था. हम अटल निर्माण वर्ष भी माना रहे हैं. हम सौभाग्य शाली हैं कि हमें प्रदेश की जनता का सेवा करने का अवसर मिला है. हम सब एक साथ मिलकर अच्छे वातावरण के बीच विधानसभा का काम चल रहे हैं.
मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रपति मुर्मू को संबोधित करते हुए कहा कि आपने विभिन्न पदों पर रहकर देश की सेवा की है. हम आज आपको सुनेंगे और आपके अनुभव का लाभ लेंगे. हम सभी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए कटिबद्ध हैं.

राज्यपाल रमेन डेका का संबोधन
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती वर्ष का जश्न मना रहे हैं. हमारी सरकार ने इस साल को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है. राष्ट्रपति की उपस्थिति इस सत्र को विशेष बना रही है. उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने उच्च मूल्यों की स्थापना और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के बारे में विवरण देते हुए, राज्यपाल ने इसे महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बताया. उन्होंने प्रमुख व्यक्तित्वों के योगदान को भी याद किया.

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का संबोधन
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने राष्ट्रपति मुर्मू को संबोधित करते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ में आपका अभिनंदन करते हैं. आपकी विनम्रता, आपकी सादगी, और आपके वाणी को भारत के साथ पूरा विश्व जानता है. आपका आगमन छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक क्षण है. आपका स्वागत करता हूं.
उन्होंने आगे कहा कि आपके गृहग्राम उड़ीसा से हमारे राज्य का गहरा पुराना रिश्ता है. हमारे सुख-दुख की जानकारी आप तक और आपके गृह राज्य तक पहुंचते रहती है. छत्तीसगढ़ के परिकल्पना के समय सिर्फ 36 घर थे. फिर धीरे-धीरे विकसित किया गया. हमारे राज्य के पुराने 12 घर आपके राज्य में जाकर जुड़ गए हैं. इसीलिए हमने उड़ीसा को भी अपना घर माना है.
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि हमारे राज्य में जगन्नाथ जी की कृपा बनी हुई है. हमारे राज्य का चावल जगन्नाथ जी के भोग के लिए जाता है. जिसे विष्णुभोग कहा जाता है. हमारे राज्य को कौशल्या प्रदेश के नाम से जाना जाता है. हमारा भगवान राम से भी बहुत पुराना नाता है. आपका और हमारा आत्मीय संबंध है. हमारे अध्यक्ष महोदय के प्रयास से आपका आगमन हुआ है. जिसके लिए हम धन्यवाद देते है. छत्तीसगढ़ के विकास के लिए हम सब एकजुट है. आपके बताए मार्ग पर राज्य का और विकास होगा.
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