मंत्री जी मेरे बेहद खास है… ये काम आसानी से हो जाएगा. बस इसके लिए कुछ खर्चा करना होगा. कुछ ऐसी ही बाते कर पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है.

 ये ठगी करीब 4 लाख रुपए की है. पूरी घटना दुर्ग जिले के पाटन स्थित जामगांव की है. इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों के खिलाफ धारा 420,506,34 के तहत अपराध कायम कर जांच में लिया है. जामगाँव आर पुलिस ने बताया की ग्राम बेल्हारी, जामगांव-आर निवासी सनत कुमार शर्मा की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. मामला वर्ष 2017-18 में पुलिस विभाग में आरक्षक पद के लिए  राजनांदगांव जिला का विज्ञापन निकला था, सनत के पुत्र संदीप शर्मा ने भी आरक्षक बनने आवेदन भरा था. इस दौरान गांव की बीएन महादेव घाट रोड रायपुर निवासी यशोदा साहू और नारद नागवंशी ने झांसे में लेकर नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख लिया.  पीड़ित ने पूछा की किसके माध्यम से नौकरी लगेगा तो आरोपियों ने जवाब दिया कि विभाग में एक बड़ा अधिकारी है. उसी के मार्फ़त नौकरी लगेगा. उसने कई लोगों की नौकरी लगाया है. आरोपियों ने बुलाने की बात कही थी, दूसरे दिन यशोदा ने नारद प्रसाद नागवंशी से पीड़ित की मुलाकात कराई.

 नारद ने मंत्री और बड़े अधिकारियों से अपना परिचय होने का झांसा देकर कहा कि पुलिस में नौकरी के लिए 4 लाख रुपये लगेगा. किसी कारण से नौकरी नहीं लगता हें, तो पूरा पैसा ब्याज सहित वापस होगा. पीड़ित पहले से यशोदा को पहचानता था क्योंकि वह गांव की महिला है.  नारद नागवंशी को 17 फरवरी 2018 को 1,75,000 रूपये, 1,20,000 रूपये ग्राम बेल्हारी में दिया. इसके अलावा 1,00,000 रूपये 13 अगस्त 2018 को रुपये दिया. जिसका नोटरी इकरारनामा रायपुर मे तैयार कर दिया था.   इस तरह कुल 3 लाख 95 हज़ार रूपये नारद नागवंशी को दिया गया था. नौकरी नहीं लगने पर लगातार रुपये लौटाने की मांग पर 15 सितंबर 2021 को 50 हज़ार रुपये वापस किया. इसके बाद आरोपी ने 15 दिसम्बर 2021 को 1 लाख 50 हज़ार रूपये वापस करने की बात कही. नारद ने 50 हजार प्रति महिना लौटने की बात कहकर हर माह 15 तारीख तक वापस करने की बात कहकर जामगांव-आर में इकरारनामा तैयार कर किया.

जामगांव आर प्रभारी एनु देवांगन ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध कायम कर लिया है.