रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री टीएस सिंहदेव के बंगले में आज बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में एससीएस रेणु पिल्ले, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अलोक शुक्ला समेत कई अधिकारी मौजूद थे. जब मंत्री के संज्ञान में 2 साल से रुकी नर्सिंग की परीक्षा का मुद्दा आया, तो सिंहदेव भड़क गए. उन्होंने अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई. मंत्री ने कहा कि हममें निर्णय लेने की क्षमता तक नहीं है क्या ? नर्सिंग की परीक्षा क्यों नहीं ली जा रही है ?

परीक्षा खत्म करने में क्यों लगे दो साल ?

मंत्री टीएस सिंहदेव ने बैठक में कहा कि मुझे कुछ नहीं सूनना है. परीक्षाएं क्यों नहीं रही है. आप नहीं कर सकते, तो बोलिए नहीं कर सकते है. हाईकोर्ट ने कोई स्टे नहीं दिया है. कोर्ट ने लिखकर स्टे दिया है क्या ? परीक्षा होनी ही चाहिए. छत्तीसगढ़ सरकार छात्रों से पैसे लेकर परीक्षा नहीं करा पा रही है. परीक्षा पूरे ख़त्म करने में दो साल क्यों लगने चाहिए. परीक्षा ऑनलाइन हो ऑफ़लाइन हो होना चाहिए.

निर्णय लेने की क्षमता तक नहीं है क्या ?

उन्होंने कहा कि हममें निर्णय लेने की क्षमता तक नहीं है क्या ? 2 साल हो गए बच्चे घूम रहे हैं. बच्चे चार बार मेरे पास आ चुके हैं. मंत्री सिंहदेव ने अधिकारियों को आज ही टाइम टेबल जारी करने को कह दिया. जिसके बाद आयुष विश्वविद्यालय ने तत्काल परीक्षा का आदेश जारी कर दिया.

6 जुलाई से 2 पाली में होगी नर्सिंग की परीक्षा

बता दें कि पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय ने ऑफलाइन परीक्षा कराने अधिसूचना जारी किया है. नर्सिंग की परीक्षा 6 जुलाई से 2 पालियों में होगी. परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेसिंग, मास्क और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करना जरूरी होगा. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के स्वास्थ्य अधिकारियों को फटकार का ही असर हुआ है. रायपुर में 18 जून को नर्सिंग के छात्र-छात्रों ने बड़ा प्रदर्शन किया था. 2 साल से नर्सिंग छात्राओं की परीक्षा नहीं हुई है.

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