हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी रायपुर में एक बार फिर चोरी और धोखाधड़ी की वारदात हुई है. एक तरफ कंस्ट्रक्शन कंपनी से 3 लाख से अधिक की चोरी, तो दूसरी तरफ इलेक्ट्रॉनिक सामान पार्सल के जरिए भेजने के नाम पर एक लाख से अधिक की धोखाधड़ी की गई है. पुलिस दोनों ही मामले में अपराध दर्ज कर पूरे मामले की जांच कर रही है. हालांकि चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपी ड्राइवर राहुल दुबे को गिरफ्तार किया है. उसके पास से 2 लाख 90 हजार रुपए बरामद किए गए हैं.

कंस्ट्रक्शन कंपनी के आफिस में चोरी

तेलीबांधा थाने इलाके में कंस्ट्रक्शन कंपनी के आफिस के लॉकर में रखे 3 लाख 26 हजार रुपए और मोबाइल फोन की चोरी हुई है. कंपनी के कैशियर ने ड्राइवर पर चोरी की आशंका जाहिर करते हुए शिकायत दर्ज कराई है. राजेश कंट्रक्शन में केशियर के पद पर कार्यरत संदीप शुक्ला का आफिस बेबीलान टावर में है. कंपनी में 6 लोग काम करते है. कन्ट्रक्शन कार्य में कभी भी पैसे की जरूरत पड़ जाता है, इसलिए आफिस के लॉकर में करीब 3 से 4 लाख रूपए कैश रखे रखते है. 21 अक्टूबर को आफिस के लॉकर में 3 लाख 26 हजार रूपये रखे थे. 25 अक्टूबर को शाम 4 बजे लॉकर में रखे 3 लाख 26 हजार और एक सेमसंग गैलेक्सी आन-5 कम्पनी का टच स्क्रीन मोबाइल गायब मिला.

आफिस के लॉकर का चाबी एक संदीप और दूसरा चाबी आफिस स्टाफ विकास कुमार सिंह के पास रहता है. कम्पनी के गेस्ट हाउस में आफिस स्टाफ विकास कुमार सिंह, दिलीप खुटिया और डायरेक्टर का ड्रायवर राहुल दुबे लोग रहते है. ऑफिस का कैमरा चेक करने पर 22 अक्टूबर के रात कम्पनी के डायरेक्टर का ड्रायवर राहुल दुबे आफिस को खोलकर अंदर घुसता दिखा. मुझे संदेह है कि राहुल दुबे ने विकास के रूम से आफिस की चाबी चुरा कर इस घटना को अंजाम दिया है. इधर शिकायत के बाद पुलिस मामले में आरोपी ड्राइवर राहुल दुबे को ही गिरफ्तार किया है. उसके पास से 2 लाख 90 हजार रुपए बरामद किए गए हैं.

शिक्षक हुआ धोखाधड़ी का शिकार

पुरानी बस्ती थाने इलाके में इलेक्ट्रॉनिक सामान पार्सल से भेजने के नाम पर यूके के ठग ने शिक्षक से 1 लाख 15 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है. एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ महेंद्र ढीमर की हेनरी ब्राउन पैट्रिक नाम के व्यक्ति से फेसबुक के माध्यम से 2006 में आईपीएल मैच देखने के दौरान दोस्ती हुई थी. इस दौरान महेंद्र ढीमर ने उसे रायपुर भी घुमाया. इसके बाद हेनरी वापस अपने देश यूके लौट गया. 28 फरवरी 2020 को पीड़ित महेंद्र धीवर की बात फिर से व्हाट्सएप के माध्यम से हेनरी से हुई.

बातचीत के दौरान उसने पीड़ित को इलेक्ट्रॉनिक सामान गिफ्ट भेजने की बात कही. फिर उसी दिन महेंद्र धीवर के पास पार्सल कंपनी के नम्बर से कॉल आया और पार्सल मुम्बई एयरपोर्ट पहुंचने की जानकारी देकर कस्टम चार्ज के रूप में 30 हजार रुपये देने बोला गया. झांसे में आकर पीड़ित ने अपने बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से दो किश्तों में 30 हजार रुपए जमा कर दिया. कुछ दिन बाद हेनरी ने पीड़ित महेंद्र को फिर फोन किया और 98 हजार पौंड पार्सल के साथ भेजा हूं कहकर इसके लिए कस्टम चार्ज 85 हजार देने की बात कही. इसकी बात में आकर शिक्षक ने फिर 85 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद पीड़ित के पास किसी प्रकार पार्सल नहीं आया, तब उसे ठगे जाने का एहसास हुआ और थाने जाकर इसने शिकायत दर्ज कराई.