मनोज यादव,कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जिला निगरानी एवं सतर्कता समिति की बैठक में बीजेपी के पूर्व गृहमंत्री और विधायक ननकीराम कंवर नाराज हो गए. मनरेगा का भुगतान नहीं होने से वो गुस्से में दिखे. अधिकारियों पर भी जमकर बरसे. ननकीराम कंवर और मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बीच मनरेगा के मुद्दे पर बहस हो गई. ननकी राम कंवर ने कहा कि तहसीलदार और एसडीओ चपरासी का काम करते हैं. अधिकारी बेईमान हो गए हैं.
दरअसल जैसे ही ननकीराम कंवर ने मनरेगा से मजदूरों के भुगतान नहीं होने का मुद्दा उठाया, वैसे ही मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने केंद्र से पैसा नहीं मिलने की बात कही. इसके बाद ननकीराम कंवर नाराज हो गए. डीएफओ से सवाल जवाब करते ननकी राम जमकर बरसे. इसके बाद मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जाने बैठक से चले गए. यह वाक्या तब हुआ जब कोरबा लोकसभा की सांसद ज्योत्सना महंत की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक सम्पन्न हो रही थी.
पूर्व गृहमंत्री और विधायक ननकी राम कंवर ने कहा कि जिले के सरकारी कर्मचारी नौकरशाही इशारों पर काम कर रहे हैं. तहसीलदार और एसडीओ चपरासी का काम करते हैं. मकान तोड़ने जाते हैं. मैं तीन बार शिकायत कर चुका हूं. उन्होंने कहा कि कोई अधिकारी यदि चपरासी का काम करता है, मॉल जमीदार का काम करता है, तो इसे सेल्फ इंटरेस्ट कहेंगे. एसडीएम खुद तीन जगह मकान तोड़ने गया है. मैं खुद दो जगह गया हूं. अधिकारी किसी का नौकर बने या न बने, लेकिन बेईमानी बहुत करते हैं.
इस बैठक में केंद्र सरकार की तरफ से जिले में संचालित योजनाओं और विकास कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई. जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में सांसद ने सभी जनप्रतिनिधियों को दलगत राजनीति से उपर उठकर क्षेत्र एवं जिले के विकास के लिए समन्वित प्रयास करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को जनता ने क्षेत्र के विकास के लिए ही प्रतिनिधि के रूप में चुना है. हम सब को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है.
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