बिंदेश पात्र, नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर पुलिस को एक बार फिर नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. गुरुवार को एक महिला सहित 4 नक्सलियों ने एसपी मोहित गर्ग के सामने सरेंडर किया है. नक्सली संगठन की खुली विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं. आत्मसमर्पित नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि वो नक्सलियों का सहयोग किया करते थे. अबूझमाड़ के धूरबेड़ा पंचायत क्षेत्र में सक्रिय थे.

इन नक्सलियों ने किया है आत्मसमर्पण

नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर सामान्य जीवन यापन करना चाहते है. आज चार नक्सलियों ने नारायणपुर एसपी मोहित गर्ग के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. जिनको नारायणपुर पुलिस ने प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10-10 हजार रुपए प्रदान किया है. सरेंडर किए गए नक्सलियों में कमलू धुर्वा, मालू धुर्वा, राकेश उसेंडी और हिडमें कवाची शामिल है. सभी ओरछा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.

संगठन के लिए करते थे यह काम

  • माओवादी संगठन के नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना
  • गांव में अनजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ और निगरानी करना
  • नक्सली साहित्य और पोस्टर पंपलेट चिपकाना
  • ग्रामीणों को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने के लिए सूचना देना
  • बाजारों में दैनिक उपयोग की सामग्री खरीदकर नक्सलियों तक पहुंचाना
  • नक्सलियों के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना
  • क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना
  • पुलिस पार्टी की रेकी करना
  • नक्सलियों की अस्थाई कैंप में संत्री ड्यूटी करना
  • गांव के चारों ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्यों के लिए संगठन में सक्रिय थे.

पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी और सरेंडर

बता दें कि नारायपुर जिले में पिछले एक महीने में करीब 25-30 नक्सलियों की गिरफ्तारी और आत्मसर्पण हुआ है. जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है वो कोरोना के डर से और मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं. बाकी नक्सलियों को पुलिस ने सर्चिंग अभियान चलाकर गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई लगातार जारी है.

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