डिलेश्वर देवांगन, बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में ठगों ने मंत्रालय में पहुंच बताकर बड़ी घटना को अंजाम दिया है. सुपरवाइजर (पर्यवेक्षक) के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से साढ़े 3 लाख रुपए की ठगी की गई है. घटना की शिकायत के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

दरअसल पूरा मामला बालोद थाना क्षेत्र के बघमारा गांव का है. जहां आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यशोदा साहू बड़े पद पर जाने की लालच में साढ़े 3 लाख रुपए गंवा बैठी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यशोदा साहू ने पूरे मामले की शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज करवाई. शिकायत के आधार पर जांच में सही पाए जाने पर धारा 420 व 34 के तहत दो लोगों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया गया है.

नौकरी का लालच, खाते में डाल दिए साढे 3 लाख

पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यशोदा साहू ने बताया कि देवारभाट आबा केंद्र में फागेश्वरी साहू पर्यवेक्षक के पद पर पदस्थ है, जो 21 जुलाई को अशोक पांडे का मंत्रालय में पहचान बताकर आबा पर्यवेक्षक का फार्म भरवाया और 15 दिन के भीतर नौकरी लग जाने की बात कही. नौकरी लगाने के लिए 3 किस्तों में यशोदा साहू ने नारायणपुर निवासी मोहन नेगी के खाते में साढ़े 3 लाख रुपए डाल दिए. बाद में उन्हें आभास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है, तो सिटी कोतवाली पहुंचकर घटना की जानकारी दी. पुलिस ने अशोक पांडे और मोहन नेगी के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

बालोद थाना प्रभारी जीएस ठाकुर का कहना है कि पीड़ित यशोदा साहू ने शिकायत दर्ज करवाई कि पर्यवेक्षक के पद में नौकरी लगाने के नाम पर उनके साथ साढे 3 लाख की ठगी हुई है. जांच में प्रार्थिया की बात सही पाई गई. जिसके आधार पर धारा 420, 34 के तहत अशोक पांडे और मोहन नेगी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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