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छत्तीसगढ़ में नागलोक से विख्यात जशपुर जिले में सांप के काटने से एक बच्चे को इतना गुस्सा आया कि उसने भी सांप को दो बार काट लिया. जिससे सांप की मौत हो गई.
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18 साल के पहाड़ी कोरवा बच्चे को पहले जहरीले कोबरा ने डसा जिसके बाद बच्चे ने गुस्से में सांप को काट लिया और जिससे सांप की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, सांप ने पहले बच्चे को काटा उसके बाद गुस्से में बच्चे ने उस सांप को पकड़कर काट दिया. पहाड़ी कोरवा बालक का नाम दीपक राम बताया जा रहा है.
परिजनों के मुताबिक जब बच्चा खेल रहा था उसी समय एक सांप ने उसके हाथ को डस लिया. इसके बाद गुस्से में दीपक राम ने भी सांप को पकड़कर उसे अपने दांतों से काट लिया. इस दौरान सांप ने दीपक के हाथों को बुरी तरह जकड़ लिया.
ये है अंधविश्वास
इसकी जानकारी जब दीपक की दीदी को हुई तो वे फौरन उसे लेकर अस्पताल पहुंची और इलाज कराया. इसके बाद दीपक पूरी तरह से स्वस्थ है। वहीं सांप की मौत हो चुकी थी. जशपुर जिले में अंधविश्वास है कि अगर आपको सांप काट ले तो आप उसको काट ले तो विष का प्रभाव नहीं होगा. बच्चे ने भी इसी अंधविश्वास के चलते सांप को काट लिया. हालांकि सही समय पर इलाज मिलने से बच्चा ठीक है.
दीपक बोला-गुस्से में मैंने भी काट लिया
दीपक राम का कहना है की मैं खेल रहा था उसी समय जहरीले सांप ने आकर मुझे काट लिया, मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने सांप को काट लिया. इसके बाद सूचना मैंने अपने घरवालों को दी.
जशपुर को नागलोक के नाम से जानते हैं
छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर बसे जशपुर जिले के फरसाबहार तहसील से लगे इलाकों को नागलोक के नाम से जाना जाता है. प्रदेश को ओडिशा से जोड़ने वाली स्टेट हाईवे के किनारे स्थित तपकरा और इसके आसपास के गांव में किंग कोबरा, करैत जैसे अत्यंत विषैल सांप पाए जाते हैं.
जशपुर में सांपों की 70 से ज्यादा प्रजातियां
बताया जाता है कि जशपुर से लगे इलाके में सांपों की 70 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें कोबरा की चार और करैत की तीन अत्यंत विषैली प्रजातियां भी शामिल हैं। सांपों का रेस्क्यू करने वाले केसर हुसैन बताते हैं कि जशपुर क्षेत्र में बहुतायत मात्रा में सांप पाए जाते हैं। वे बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में जितने भी प्रजाति के सांप पाए जाते हैं, उनमें से 80% सांपों की प्रजाति जशपुर में मौजूद है। जशपुर में कुल 26 प्रकार के सांपों की प्रजाति पाई जाती है। इनमें से सिर्फ छह प्रजाति ही जहरीली है बाकी 20 प्रकार की सांपों की प्रजातियों में जहर नहीं होता.
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